RANCHI: झारखंड में सच्ची घटना पर आधारित फूलमनिया नागपुरी फिल्म अब तक की सबसे बड़ी और स्तरीय फिल्म कही जा रही है। इसे हिंदी में भी रिलीज किया जाएगा। एक तरफ इस फिल्म में डायन प्रथा पर चोट किया गया है, जो हमारे देश में एक कलंक की तरह फैला हुआ है। कैसे किसी मासूम लड़की को शादी के तुरंत बाद डायन बताकर सरेआम नंगा करके पत्थर मारते हुए गांव से भगा दिया जाता है। दूसरी ओर दकियानूसी विचारधारा वाले हमारे समाज में किसी औरत का बांझ होना कितना दुखद होता है उस दर्द को इस फिल्म में बहुत ही गम्भीरता से दिखाया गया है।

बेटा-बेटी के भेदभाव पर चोट

फिल्म के प्रोड्यूसर नीतू अग्रवाल ने बताया की इस फिल्म से ना सिर्फ भारतीय फिल्म जगत में बल्कि विश्व में एक उदाहरण पेश होगा कि कैसे एक ज्वलंत समस्या को दिखाते हुए फिल्म को मनोरंजक बनाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि फिल्म मेकिंग में आज दुनिया से कॉम्पटीशन करना पड़ता है। निर्देशक लाल विजय ने बताया कि हमें ये समझना जरूरी है कि हम फिल्म किसके लिए बना रहे हैं। हमें बतौर निर्माता निर्देशक और एक इंसान होने के नाते अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

फूलमनिया के साथ होगी फिल्म फेस्ट की ओपनिंग

झारखंड इंटरनेशल फिल्म फेस्टिवल की ओपनिंग नागपुरी फिल्म फूलमनिया के प्रदर्शन के साथ होगी। रांची और झारखंड के दर्शक इसे 1 फरवरी को दो बजे दिन में खेलगाव में देख सकते हैं। फिल्म में ज्यादातर कलाकार और तकनीशियन झारखंड से हैं। फिल्म की लीड एक्टर कोमल सिंह रांची से हैं, जिसने फूलमनिया का बहुत ही चुनौतीपूर्ण रोल किया है। मुम्बई और झारखंड के कलाकारों में प्रमुख रूप से विनीत कुमार, नीतू पांडेय, खुशबू शर्मा, रवि भाटिया, हंसराज जगताप, अंकित राठी, शिशिर पंडित, मोनिका मुंडू, सुशीला लकरा, शैलेन्द्र शर्मा, प्रणब चौधरी, दिनेश शाहदेव, पंकज सिन्हा, प्रिया अम्बष्ट, मुन्ना लोहार, अशोक गोप, किम मिश्रा, सनी शर्मा, जितेंद्र मिश्रा, कुमकुम गौड़, झरना चक्रवर्ती, जितेंद्र वधेर, करनल समित साह, ओम प्रकाश, शंकर पाठक, करुणा सिंह, नेहा सिद्दीकी, सरोज झा, मुकेश प्रजापति, पूजा कुमारी, सन्नी सिंह, करिश्मा सिंह, मास्टर उत्कर्ष सिंह आदि हैं। फिल्म का अहम हिस्सा इसका संगीत है, जिसे नंदलाल नायक ने पारंपरिक बहुत ही खूबसूरत ढंग से बनाया है। फिल्म के लेखक बीरेंद्र पासवान और लाल विजय हैं, जबकि कैमरामैन अजित सिंह हैं।