12.30

बजे रात फैक्ट्री में शार्टसर्किट से लगी आग

12.56

बजे रात फैक्ट्री में रखे गैस सिलेंडर से हुआ पहला धमाका

12.59

बजे रात तेज आवाज के साथ फटा दूसरा गैस सिलेंडर

1.23

बजे रात तीसरे सिलेंडर से फैक्ट्री में ब्लास्ट हुआ तो कांपने लगे लोग

11

गैस सिलेंडर रखे हुए थे फैक्ट्री के अंदर

08

सिलेंडरों को स्थानीय लोगों ने बाहर निकाला

शार्टसर्किट से लगी आग के बाद तीन गैस सिलेंडर हुए ब्लास्ट

आवासीय मकान के ग्रांड फ्लोर में चल रही थी फैक्टर, फ‌र्स्ट फ्लोर पर रहता था परिवार

PRAYAGRAJ: अलका विहार कालोनी धूमनगंज के रिहायशी एरिया में चल रही रा चाऊ बनाने की फैक्ट्री में शनिवार की रात शार्ट सर्किट से भीषण आग लग गयी. एक के बाद एक करके तीन सिलेंडर ब्लास्ट से पूरा मोहल्ला सन्नाटे में आ गया. पूरे मोहल्ले पर खतरा मंडराया तो पब्लिक आग बुझाने के लिए दौड़ पड़ी. जब तक आग पर काबू पाया जाता करीब बीस लाख रुपये का नुकसान हो चुका था.

फ‌र्स्ट फ्लोर पर सो रहा था परिवार

अलका बिहार कॉलोनी में चल रही लैवीना प्रोडक्ट के नाम से यह चाऊमीन फैक्ट्री कई वर्ष पुरानी है. फैक्ट्री मालिक जयशंकर प्रसाद ने इस फैक्ट्री को वर्ष 1999 में स्थापित किया था. आलीशान इमारत के ग्राउंड फ्लोर में फैक्ट्री का पूरा काम होता था. फ‌र्स्ट फ्लोर पर जयशंकर पत्‍‌नी अनीता, बेटी मीनाक्षी, बेटे अनुराग व रामेश्वर प्रसाद रहते हैं. शुक्रवार रात करीब 12 बजे सभी गहरी नींद में थे. करीब 12.30 बजे शार्टसर्किट से फैक्ट्री में आग लगी. देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री आग के आगोश में आ गई. आग की लपटों का रौद्र रूप देख फैक्ट्री के आसपास स्थित घरों के लोग दहशत में आ गए. शोर मचा तो पूरा मोहल्ला आग बुझाने को दौड़ पड़ा. पब्लिक की आवाज से ही फैक्ट्री मालिक जयशंकर प्रसाद भी परिवार के साथ जान बचाने के लिए बाहर निकल आये.

धमाके से दहले मोहल्ले के लोग

आग के भीषण रूप को देख आस पास स्थित घरों के लोग कांपने लगे. लोगों ने फायर ब्रिगेड के 102 नंबर पर कॉल किया. फोन नहीं लगा तो वे डायल 100 पर पुलिस को सूचना दी. पुलिस पहुंची इसके पहले एक-एक कर फैक्ट्री में रखे तीन गैस सिलेंडर ब्लास्ट कर गए. सिलेंडरों की वजह से आग और भीषण हो गई. सिलेंडर की आवाज सुन मोहल्ले के लोग दहशत में आ गए.

पहले पहुंचे एयरफोर्स के जवान

खबर मिलते ही धूमनगंज पुलिस मौके पर पहुंच गयी. डायल 100 के जवान भी थोड़ी ही देर में पहुंचे. पुलिस वालों ने वायरलेस से सूचना फायर ब्रिगेड को दी. तब तक किसी ने एयरफोर्स बम्हरौली फायर सर्विस को फोन कर दिया था. तब तक लोग बाल्टी-बाल्टी व छत पर लगी टंकियों से पाइन लगा कर आग बुझाते रहे. सबसे पहले पहुंचे एयरफोर्स के जवान दो टैंकर गाडि़यों के साथ पहुंचे और आग बुझाना शुरू कर दिए. इसके करीब आधे घंटे बाद फायर ब्रिगेड के जवान भी पांच टैंकर गाड़ी लेकर पहुंच गए. रात डेढ़ बजे से आग बुझाने की शुरू हुई कोशिश शनिवार भोर करीब पांच बजे खत्म हुई.

बीस लाख का हुआ नुकसान

आग की चपेट में आने से फैक्ट्री में रखे लाखों का निर्मित व अ‌र्द्धनिर्मित माल जल कर राख हो गया. आग की चपेट में आने से फैक्ट्री की सारी मशीनें बर्बाद हो गई. गैस सिलेंडर के ब्लास्ट से छत व दीवार के प्लास्टर भी जगह-जगह उखड़ गए. फैक्ट्री मालिक के मुताबिक करीब बीस लाख रुपए का नुकसान हुआ है.

धूमनगंज एसओ का जला हाथ

घटनास्थल पर पहुंचे एसओ धूमनगंज संदीप मिश्र आग बुझाने के लिए सीढ़ी के बगल लगे लोहे के दरवाजे को हाथ से खोलने लगे. आग से पूरी तरह गरम लोहे के दरवाजे को धक्का देने के लिए जैसे ही उन्होंने हाथ लगाया हाथ में छाले पड़ गए. फैक्ट्री मालिक जयशंकर के हाथ में भी आग बुझाने में छाले पड़ गए हैं.

फैक्ट्री घर के सामने ही तो है. आग लगी तो मैं छत पर टहल रहा था. सिलेंडर के धमाकों से पूरा मोहल्ला दहशत में आ गया था. तीसरा सिलेंडर ब्लास्ट हुआ तो सभी कांप गए. जयशंकर का परिवार ऊपर सो रहा था. उनके मोबाइल पर फोन किए तब तक सभी की नींद टूट चुकी थी. जीवन में पहली बार रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना को देखा.

उमैद अहमद

गैस सिलेंडर फटे तो हमें लगा कि मोहल्ले में बमबाजी हो रही है. आग का शोर सुना तो मौके पर पहुंचा. आग देखकर ऐसा लग रहा था मानो यह पूरे मोहल्ले को अपने आगोश में ले लेगी. पूरा मोहल्ला डरा हुआ था. ईश्वर की कृपा से कोई जन हानि नहीं हुई.

जेके सिंह

खिड़की से आग की लपटें देखा तो होश उड़ गए. फायर ब्रिगेड के जवान करीब आधा एक घंटा लेट पहुंचे. सबसे पहले एयरफोर्स बम्हरौली के जवान दो टैंकर के साथ पहुंचे थे.

अब्दुल्ला अहमद