-ईसीआर में पहली महिला गार्ड सुधा का नाम हुआ दर्ज

द्दन्ङ्घन्/क्कन्ञ्जहृन्: गया जंक्शन पर बुधवार का दिन खास हो गया जब यहां से पहली बार मालगाड़ी का पहिया महिला के इशारे पर सरका। पूर्व मध्य रेलवे में गया से मालगाड़ी लेकर जाने वाली पहली महिला गार्ड के रूप में सुधा कुमारी ने अपना नाम दर्ज कराया है। सुधा सुबह 8.55 में गया जंक्शन के प्लेटफार्म 1 से मालगाड़ी लेकर मुगलसराय के लिए रवाना हुई। करीब 4 घंटे में गया से मुगलसराय के बीच की करीब 203 किमी की दूरी तय की। इसके बाद दूसरी मालगाड़ी 9.10 में खुली। गार्ड ज्योतिका कुमारी और प्रशिक्षु रीतु रेखा साह थीं। स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद ने बताया कि यहां से मालगाड़ी सीधे मुगलसराय पहुंची। स्टेशन डायरेक्टर पवनीश कट्टल ने पहली बार मालगाड़ी लेकर जा रहीं महिला गार्ड को शुभकामना दी।

जो टास्क दिया उसे पूरा किया

मुगलसराय के जनसंपर्क अधिकारी पृथ्वी राज ने बताया कि वहां स्टेशन डायरेक्टर हिमांशु शुक्ला ने चारों का स्वागत किया। महिला गार्ड से ट्रेन परिचालन कराने की जिम्मेदारी गया जंक्शन के स्टेशन प्रबंधक को दी गई थी। मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाते ही नारी सशक्तीकरण की प्रेरक कहानियों में एक और कहानी जुड़ गई। उन्होंने ह्विसल बजाई और लोको पायलट को मालगाड़ी बढ़ाने का इशारा किया। गार्ड की वर्दी में गार्ड ब्रेक पर सवार होने से पहले एक बार ब्रेक को स्पर्श किया और निकल पड़ी जीवन के नए सफर पर। पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर जोन से पहली महिला गार्ड का कीर्तिमान मुगलसराय रेल मंडल के खाते में दर्ज हुआ। गया जंक्शन के स्टेशन प्रबंधक बीएन प्रसाद ने कहा कि यह गौरव की बात है कि पहली महिला गार्ड के रूप में वे गया से ट्रेन लेकर गई। स्टेशन प्रबंधक ने कहा कि यह उनके लिए गौरव की बात थी। जो टास्क दिया गया था, उसे उन्होंने पूरा किया।