PATNA : बिहार में आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के अब तक के सबसे बड़े मामले का खुलासा किया गया है। वर्ष ख्0क्फ् में समस्तीपुर के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता लोक स्वास्थ्य प्रमंडल नागेश्वर शर्मा के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार के मुकदमे में आर्थिक अपराध इकाई ने चार्जशीट दाखिल किया है। जांच के दौरान करोड़ों की चल अचल सम्पत्ति, जेवरात और लग्जरी गाडि़यां जब्त की गई हैं। इस बड़े मामले में अभियंता के पिता और पत्‍‌नी को भी दोषी पाया गया है। एडीजी हेड क्वार्टर के मुताबिक यह बड़ी उपलब्धि है।

सूचना पर दर्ज हुआ था कांड

गोपनीय सूचना पर आर्थिक अपराध इकाई ने क्9 फरवरी ख्0क्फ् को समस्तीपुर के लोक स्वास्थ्य प्रमंडल के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता नागेश्वर शर्मा के खिलाफ आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का कांड दर्ज किया था। ख्0 फरवरी को टीम ने इंजीनियर के 7 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी। पटना, नौबतपुर, दाउदनगर, समस्तीपुर, बिहटा में की गई छापेमारी में करोड़ों की सम्पत्ति का ब्योरा मिला था।

क्या मिली तलाशी में

तलाशी के दौरान एक टोयटा लैंड क्रूजर, दो बीएमडब्ल्यू, एक टोयटा फॉरचूनर के साथ एक हुंडई कार बरामद हुई। इसके साथ सोना चांदी के आभूषण, विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों में भारी निवेश के कागजात, भूखंड मकान के साथ अन्य चल अचल संपत्ति कागजात मिले थे।

अवैध कमाई परिजनों के नाम

जांच के दौरान पाया गया कि इंजीनियर ने अवैध कमाई को पटना के अतिरिक्त औरंगाबाद जिले में भी अपने पिता बद्री शर्मा, पत्नी आशा देवी और पुत्रों रघुवर किशोर, अभिषेक कुमार के नाम से फ्क् भूखंडों का क्रय तथा ख्भ् लाख से अधिक का निवेश किया था।

भ्फ्7 प्रतिशत अधिक है सम्पत्ति

आर्थिक अपराध इकाई की जांच में पाया गया कि अभियुक्त ने अपनी आय के ज्ञात श्रोतों से कुल लगभग पांच करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्तियां अर्जित की, जो भ्फ्7 प्रतिशत अधिक है।

ख् अन्य मामलों में भी चार्जशीट

आर्थिक अपराध इकाई ने दो अन्य मामलों में भी चार्जशीट दाखिल कर दिया है। इसमें भागलपुर के तत्कालीन जिला अवर निबंधक मोहम्मद कमाल अहमद और मुजफ्फरपुर के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता तिरहुत नहर भरत पर्वे से संबंधित मामला है।

आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित करने का यह सबसे बड़ा मामला है। इसमें चार्जशीट दाखिल की गई है।

-सुनील कुमार, एडीजी हेडक्वार्टर