पांच हजार एनआरआई वाराणसी में तीन दिनों के सम्मेलन में भाग लेकर सीधे कुंभ नगरी पहुंचेंगे

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ALLAHABAD: संगम की रेती पर अगले वर्ष आयोजित होने जा रहे धार्मिक मेला कुंभ में चार चांद लगाने के लिए एनआरआई को भी आमंत्रित किया गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पहली बार कुंभ में आने वाले एनआरआई की संख्या एक या दो नहीं बल्कि पांच हजार होगी।

वाराणसी में तीन दिन का सम्मेलन

पहले शाही स्नान पंद्रह जनवरी को मकर संक्रांति स्नान के साथ ही कुंभ मेला शुरू हो जाएगा। वाराणसी में 21 जनवरी से तीन दिन तक अप्रवासी भारतीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। सम्मेलन में साढ़े सात हजार एनआरआई आएंगे। तेइस जनवरी को इनमें से पांच हजार को वहां से कुंभ लाने की योजना है।

स्टीयरिंग कमेटी कर चुकी है निरीक्षण

कुंभ मेला के दौरान इलाहाबाद आने वाले एनआरआई को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लेने के लिए केंद्र सरकार की टीम भी यहां का दौरा कर चुकी है। इसमें विदेश मंत्रालय के सचिव वीएम गुल, संयुक्त सचिव एमके महायात, प्रदेश सरकार के एनआरआई विभाग के आलोक पांडेय व विशेष सचिव पर्यटन अखंड प्रताप सिंह शामिल थे।

एनआरआई के लिए एक दिन आरक्षित

कुंभ मेला में आने वाले एनआरआई के लिए एक दिन आरक्षित किया गया है। एनआरआई को सिटी के होटलों के साथ ही टेंट सिटी में भी ठहराने की योजना है। 24 जनवरी को इन्हें मेला क्षेत्र का भ्रमण, संगम स्नान व ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।

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जनवरी से वाराणसी में शुरू होगा एनआरआई सम्मेलन, आएंगे साढ़े सात हजार एनआरआई

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जनवरी को वाराणसी से पांच हजार एनआरआई को लाया जाएगा कुंभ

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जनवरी को एनआरआई के लिए कुंभ एरिया आरक्षित किया गया है

-मेला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से पांच हजार एनआरआई को कुंभ भ्रमण कराने की योजना है। उन्हें अपनी संस्कृति की महत्ता लम्बे समय तक याद रहे।

अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी