सीएम कार्यालय के कड़े तेवर के बाद हरकत में आए अफसर

-चौकाघाट फ्लाइओवर के रुके निर्माण कार्य को दस दिन में शुरू कराने का एमडी ने दिया आदेश

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VARANASI

चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे के बाद रुके निर्माण कार्य को शुरू कराने की कवायद तेज हो गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय के कड़े तेवर व राज्य सेतु निगम के एमडी के दस दिन के भीतर निर्माण कार्य शुरू कराने के दिये आदेश के बाद अफसर हरकत में आ गए हैं। शासन ने नई कार्ययोजना के हिसाब से व ट्रैफिक, एडमिनिस्ट्रेशन, पीडब्ल्यूडी, रेलवे व डिफेंस डिपार्टमेंट से समन्वय बनाकर काम शुरू कराने को कहा है, ताकि तय समय में फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो सके।

कार्यो को लेकर सीएम गम्भीर

विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वाराणसी में चल रहे विकास कार्यो को समय से गुणवत्तापूर्ण व पारदर्शी तरीके से पूरा करने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ गम्भीर हैं। खासकर चौकाघाट फ्लाईओवर के बीच में बंद हुए काम को शुरू कराने को लेकर सीएम कार्यालय डेली रिपोर्ट ले रहा है। यह वजह है कि निर्माण कार्य शुरू कराने को लेकर अफसर एक्टिव हुए हैं।

आपस में तालमेल बनाएं विभाग

डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने शनिवार को राज्य सेतु निगम, एडमिनिस्ट्रेशन व ट्रैफिक पुलिस अफसरों के साथ बैठक की। डीएम ने कहा कि फ्लाईओवर के निर्माण में अगर कोई दिक्कत आ रही हो तो सम्बंधित विभाग आपस में तालमेल कर निर्माण शुरू कराएं। हादसे के समय गिरे बीम को तत्काल हटाएं। बिखरे सामान को सुरक्षित जगह पर रखवाएं। कार्यो की वीडियोग्राफी भी कराएं। फ्लाईओवर के निर्माण में दिक्कत आने पर रेलवे अधिकारियों से बात कर बाउंड्रीवाल तोड़वा दें, जिसे बाद में सेतु निगम बनवाएगा। वहीं देर शाम एसपी ट्रैफिक सुरेश चन्द्र रावत ने राज्य सेतु निगम के अफसरों के साथ निर्माणाधीन फ्लाईओवर का जायजा लिया। अफसरों ने वाहनों के रूट डायवर्जन को लेकर रणनीति बनाई।

इस बार होंगे फूलप्रूफ इंतजाम

चौकाघाट फ्लाईओवर हादसे में 15 लोगों की हुई मौत के बाद सेतु निगम अब कोई चूक नहीं करना चाहता। अफसरों के मुताबिक जब तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते और ट्रैफिक डायवर्जन नहीं हो जाता, तब तक निर्माण शुरू करना संभव नहीं है। डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन व शासन को इंतजामों की जानकारी दे दी गई है। इस बार बीम से कम से कम तीन मीटर दूरी पर सुरक्षा घेरा बनेगा, क्योंकि निर्माण के दौरान ऊपर से मलबा आदि गिरने का खतरा बना रहता है।

ये है आदेश

-फ्लाईओवर के निर्माण कार्य की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट दें।

-मौके पर वालेंटियर्स या पीआरडी जवान तैनात करें।

- वैकल्पिक मार्ग पर इंडीकेटर व रिफ्लेक्टर लगाएं।

- सर्विस लेन को दुरुस्त करें।

- समस्या होने पर तत्काल बताएं।

- रूट डायवर्जन का रोडमैप तैयार करें।

- सुरक्षा मानकों का पालन करें।

नई टीम ने निर्माण सामग्री की जांच पूरी कर ली है। कितना सामान अभी मौके पर है। इसकी सूची भी तैयार कर ली गई है। शासन की मंशानुसान जल्द काम शुरू कराया जाएगा।

एके श्रीवास्तव, जीएम, राज्य सेतु निगम