-शहर में 21 जनवरी से दस दिन तक चलेगा टीबी पेशेंट सर्च अभियान

-4.21 लाख लोगों के बीच जाकर खोजे जाएंगे टीबी पेशेंट्स

-घर-घर जाकर की जाएगी परिवार के सदस्यों की स्क्रीनिंग

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VARANASI :
बनारस में टीबी के खात्मे के लिए स्वास्थ्य विभाग एक बार फिर टीबी पेशेंट सर्च अभियान शुरू करने जा रहा है। टीबी मुक्त भारत योजना के तहत 21 जनवरी से चलने वाले इस अभियान के दौरान 450 हेल्थ वर्कर्स जिले के 4.21 लाख लोगों तक जांच के लिए पहुंचेंगे। यह जानकारी शुक्रवार को सीएमओ डॉ। वीबी सिंह व अपर निदेशक डॉ। बीएन सिंह ने संयुक्त रूप से दी। बताया कि 2022 तक टीबी के खात्मे के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

 

तुरंत शुरू होगा इलाज

 

डॉ। बीएन सिंह ने बताया कि एक फरवरी तक चलने वाले इस अभियान के दौरान विभाग की टीमें चयनित क्षेत्रों में घर-घर जाकर वहां उपस्थित सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग करेंगी, इस दौरान उनको टीबी के लक्षण के बारे में जानकारी दी जाएगी। यदि किसी सदस्य में टीबी की पहचान होती है तो उसका तुरंत इलाज शुरू कराया जाएगा, ताकि यह रोग फैल न सके।

 

10 फीसदी लोगों को करेंगे कवर

वहीं सीएमओ ने कहा कि टीबी सक्रिय खोज अभियान के तहत यह 6वें चरण का अभियान है। इसमें कुल जनसंख्या के 10 फीसदी लोगों को टारगेट किया गया है। इसके अलावा मंडलीय समेत अन्य सभी गवर्नमेंट हॉस्पिटल्स व सभी अर्बन और रूरल हेल्थ सेंटर पर टीबी की जांच व इलाज की सुविधा नि:शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है। यही नहीं अभियान के दौरान पॉजिटिव टीबी पाए जाने पर मरीजों की सीबी नाट जांच कराई जाएगी। इसके साथ ही मरीज व उनके परिवार के लोगों का लगातार फॉलो अप भी होता रहेगा। इससे पहले चले अभियान में जिले की 60 फीसदी से अधिक जनसंख्या को कवर किया जा चुका है।

 

एक नजर

285

टीबी के मरीज खोजे गए पिछले पांच चरणों के अभियान में

43

टीबी के मरीज अगस्त 2017 में मिले

52

टीबी के मरीज दिसम्बर 2017 में

72

टीबी के मरीज फरवरी 2018 में

43

टीबी के मरीज जून 2018 में

75

टीबी के मरीज सितम्बर 2018 में

 

ये है तैयारी

4.21 लाख की जनसंख्या तक पहुंचेंगी टीमें

150 टीमें बनाई गई हैं जांच के लिए

03 स्टाफ होंगे एक टीम में

34 सुपरवाइजर्स की हो रही तैनाती

15 ब्लॉक व शहर के चयनित क्षेत्रों में चलेगा अभियान

 

 

ये हैं टीबी के लक्षण

 

-दो सप्ताह या उससे अधिक समय से लगातार खांसी आना

-खांसी के साथ बलगम आना

-बुखार आना (विशेष रूप से शाम को बढ़ने वाला)

-वजन का घटना, भूख कम लगना, सीने में दर्द, सोते समय पसीने आना,

-बलगम के साथ खून आना

 

स्वास्थ्य विभाग लोगों से अपील कर रहा है कि वे शहर में भ्रमण कर रही टीमों द्वारा घर के सभी सदस्यों की स्क्रीनिंग कराएं, जिससे टीबी का खात्मा हो सके। इस अभियान में शामिल टीमें डोर टू डोर जाकर टीबी पेशेंट सर्च करेंगी।

राकेश कुमार सिंह, जिला क्षय रोग अधिकारी