RANCHI: शहर के चार लाख घरों में सिलिंडर बम(अवैध छोटा गैस सिलिंडर) है, जहां बेखौफ इन पर खाना पकाया जा रहा है। ऐसे में कई परिवारों की जिंदगी दांव पर लगी हुई है। वहीं, ऑयल कंपनी और गैस वितरण से जुड़ी एजेंसियों के अधिकारियों का यह भी कहना है कि जिम्मेदार अफसरों के पास इतना वक्त नहीं है कि इन अवैध सिलिंडरों के इस्तेमाल पर लगाम लगाएं।
कोई मानक निर्धारित नहीं
राजधानी में आईओसी, एचपी और बीपी के गैस कनेक्शन दिए जाते हैं। एलपीजी कनेक्शन देने वाली कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि शहर में मात्र क्ख् लाख कनेक्शन ही घरेलू हैं। इसके अलावा अधिकतर घरों में छोटे सिलिंडर से ही खाना पकाया जा रहा है।
अवैध तरीके से होती है रिफिलिंग
कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि मार्केट में बिकने वाला सिलिंडर पूरी तरह से बैन है। फिर भी इनका मार्केट रांची जैसे शहरों में फल-फूल रहा है। अवैध तरीके से इन सिलिंडरों में रिफिलिंग की जाती है। वहीं, एलपीजी वितरण से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि पांच साल पहले यहां पर इन सिलिंडरों के खिलाफ अभियान चलाया था। लेकिन अब यह बंद हो गया है।
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इन बातों का रखें ध्यान
-सिलिंडर हमेशा खुले में रखें
-रात में नॉब जरूर बंद करें
-लीकेज का अंदेशा होने पर बल्ब या माचिस न जलाएं। कंपनी को तुरंत सूचना दें
-खिड़की-दरवाजे जल्द खोलें
-गैस पाइप को समय-समय पर बदलते रहें
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सिलिंडर फटने पर रखें ध्यान
-एलपीजी गैस सिलिंडर विस्फोट की सूचना सबसे पहले पुलिस को दें
-फिर गैस एजैंसी को सूचित करें
-इसके बाद घटनास्थल और हादसे की जांच होगी
-जांच रिपोर्ट के आधार पर उपभोक्ता क्लेम राशि के लिए दावा कर सकता है
-विक्टिम का रिश्तेदार मुआवजे के लिए अदालत में भी अपील कर सकता है।