KANPUR: शहर में बीते चौबीस घंटे में तीन महिलाओं ने जिंदगी से हारकर मौत को गले लगा लिया। इसमें दो महिलाएं डिप्रेशन में चल रही थी, जबकि एक विवाहिता के मौत का कारण पता नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।


पांच साल से इलाज चल रहा था

नर्वल निवासी कमलाकांत तिवारी प्राइवेट काम करते है। परिवार में पत्नी शोभा (45), बेटा नीरज और तीन बेटियां थी। बेटे नीरज की फरवरी में शादी हुई थी। परिजनों के मुताबिक शोभा पांच साल से डिप्रेशन में थी, उनका इलाज चल रहा था। बुधवार रात आंधी बारिश होने पर परिजन कमरे में चले गए। तभी शोभा ने केरोसिन डालकर आग लगा ली। परिजन किसी तरह आग बुझाकर उनको हास्पिटल ले गए। वहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।


कमरे की सफाई करने गई थी

रायपुरवा में याचना (25) ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह लक्ष्मीपुरवा निवासी अरविंद प्रजापति की पत्नी थी। उनका ढाई साल का बेटा है। सुबह याचना दूसरी मंजिल स्थित कमरे की सफाई करने गई थी। जब काफी देर तक वह नीचे नहीं आई तो सास उसको बुलाने के लिए कमरे में गई। वहां पर उसका शव कुंडे के सहारे साड़ी से लटका था। इसी तरह काकादेव में मंजू यादव (45) ने फांसी लगाकर जान दे दी। वह शास्त्रीनगर निवासी ओईएफ कर्मी सुखदेव की पत्नी थी। उनके एक बेटा और दो बेटियां है। मंजू डिप्रेशन में चल रही थी।

 

मोबाइल पर बात की, फिर फांसी लगा ली

Kanpur : महाराजपुर में विवाहिता रानी (26) की संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई। उसका शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। सुबह बच्ची के रोने पर पड़ोसी घर पहुंचे तो उसकी मौत का खुलासा हुआ। इंस्पेक्टर का कहना है कि सुसाइड लग रही है। पोस्टमार्टम से मौत का कारण पता चलेगा। रानी की तीन साल पहले सिकटिया गांव निवासी लाल किसान से शादी हुई थी। उसकी डेढ़ साल की बेटी है। बुधवार शाम को लाल खाना खाने के बाद खेत पर गया था। ग्रामीणों के मुताबिक लाल के जाने के बाद रानी किसी से घर के बाहर टहल कर फोन पर बात कर रही थी। माना जा रहा है कि रानी का फोन पर ही किसी से झगड़ा हुआ। इसके बाद उसने जान दे दी।