-ट्रिपल आईटी के पीआरओ को लगा एक लाख 30 हजार का चूना

-केवाईसी के नाम पर एक युवक ने किया था फोन

ALLAHABAD: ट्रिपल आईटी के पीआरओ पंकज मिश्रा को फ्लाइट का टिकट ऑनलाइन बुक कराना महंगा पड़ गया। उन्होंने इधर टिकट बुक कराया, उधर उनके आईसीआईसीआई बैंक के खाते से साइबर शातिरों ने एक लाख फ्0 हजार भ्00 रुपए उड़ा दिए। उनकी तहरीर पर मंगलवार को कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई।

बुकिंग के बाद केवाईसी के नाम पर आई थी कॉल

शिवकुटी के रहने वाले पंकज ने ख्ख् जुलाई की दोपहर में एक प्राइवेट एयर लाइंस का टिकट ऑनलाइन बुक कराया गया था। टिकट बुक कराने के कुछ ही देर बाद उनके पास आईसीआईसीआई बैंक के नाम से एक युवक ने फोन किया। फोन करने वाले ने कहा कि केवाईसी के लिए उसको कुछ जानकारी चाहिए। पंकज को संदेह हुआ तो उन्होंने कोई भी इन्फार्मेशन देने से इंकार कर दिया। इसके करीब आधे घंटे बाद उनके खाते से ऑनलाइन शॉपिंग कर ली गई। बैंक की चौक शाखा वे पहुंचे और खाते के संदर्भ में जानकारी हासिल की।

टहलाती रही पुलिस

पुलिस पंकज को पांच दिन तक टहलाती रही। उन्होंने पहले शिवकुटी थाने में में शिकायत की थी। वहां से कहा गया कि घटनास्थल चौक है, इसलिए वे कोतवाली थाने से कांटेक्ट करें। उन्होंने कोतवाली में ख्फ् जुलाई को शिकायत की। शिकायत के पांच दिन बाद उनकी रिपोर्ट दर्ज की गई। मामला साइबर क्राइम सेल को ट्रांसफर कर दिया गया है।

बिहार के नंबर से आया था फोन

पंकज के मुताबिक, उन्होंने खुद काफी इन्वेस्टिगेशन की है। यह पता चला है कि जिस नंबर से उनको कॉल की गई थी, वह बिहार का है। यह नंबर कभी-कभी ऑन भी होता है। ऑनलाइन शॉपिंग जिस इलेक्ट्रानिक डिवाइस से की गई थी, उसका आईपी एड्रस भी उन्होंने पुलिस को दे दिया है।

कैसे मिली इन्फार्मेशन

पंकज के खाते के बारे में इन्फार्मेशन साइबर ठगों के पास कैसे पहुंची, यह सवाल अब भी बना हुआ है। पंकज ने एटीएम कार्ड व पिन के बारे में कोई इन्फार्मेशन शेयर नहीं की थी। पंकज का कहना है कि ऐसे में खाते के बारे में इन्फार्मेशन सिर्फ एयरलाइन कंपनी या बैंक के इंप्लाई के जरिए निकलवाई जा सकती है।