- फैक्ट्री में नहीं थे फायर सेफ्टी उपकरण, विभाग ने शुरू की जांच

- स्कूली बच्चों और कॉलोनी में रहने वालों का धुएं से दम घुटने लगा

LUCKNOW : आवासीय कॉलोनी के बीच में चल रही ब्रेड फैक्ट्री में शुक्रवार सुबह अचानक आग लगने से इलाके में हाहाकार मच गया। आग इतनी भीषण थी कि पास की कॉलोनी के घरों और प्राइमरी स्कूल में धुआं भर गया, जिससे लोगों का दम घुटने लगा। घरों से लोग और स्कूल से बच्चे बाहर निकल कर भागे। घबराए बच्चों को स्कूल की टीचरों ने सकुशल बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। सूचना पर फायर ब्रिगेड की कई गाडि़यां पहुंची। फायर कर्मियों को आग पर काबू पाने में एक घंटा लग गया। पुलिस और फायर कर्मियों का कहना है कि फैक्ट्री में आग बुझाने के समुचित संसाधन नहीं मिले।

रिहायशी इलाके में चल रही फैक्ट्री

सीतापुर रोड योजना कॉलोनी स्थित सेक्टर ए में भीम अग्रवाल की ब्रेड फैक्ट्री है। कॉलोनी के बीच में यह फैक्ट्री दिन रात चलती है। सुबह करीब साढ़े नौ बजे फैक्ट्री के एक हिस्से में अचानक आग लग गई। जिस समय आग लगी उस समय फैक्ट्री में करीब 250 कर्मचारी काम कर रहे थे। किसी को समझ में आ रहा था कि क्या करें। आखिरी में बाल्टी व डिब्बों से पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। आग न बुझने पर फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। करीब 20 मिनट बाद फायर ब्रिगेड की दो गाडि़यां पहुंची और करीब एक घंटे में आग को बुझा दिया। फैक्ट्री के एक कर्मचारी का कहना है कि आग बुझाने के दौरान करीब आधा दर्जन कर्मचारी मामूली रूप से झुलस गये।

धुंए से छा गया अंधेरा

सेक्टर ए कटरा पलटन छावनी निवासी फिरोज ने बताया कि फैक्ट्री में इतनी भीषण आग लगी थी कि उसका जहरीला धुआं कॉलोनी के घरों में और पड़ोस के स्कूल में भर गया, जिससे स्कूली बच्चे और लोगों का दम घुटने लगा। पूरी कॉलोनी में करीब 15 मिनट अंधेरा छाया रहा।

कमरों में दुबकी छात्राएं

पूर्व माध्यमिक विद्यालय की छात्रा सोनी के मुताबिक फैक्ट्री और स्कूल के बीच की दूरी चंद कदमों की है। उसने बताया कि शोर मचने पर जब वह लोग शिक्षिका के साथ बाहर निकलीं तो लपटें उठती नजर आई। इस पर मैडम ने बच्चों को कमरे में जाने के लिए कहा। डर के कारण कुछ छात्राएं घर ही चली गईं।

टीचर्स ने दिखाई हिम्मत, बच्चों को निकाला

ब्रेड फैक्ट्री से करीब 20 मीटर दूर पलटन छावनी प्राथमिक विद्यालय है। शुक्रवार सुबह टीचर रनिता श्रीवास्तव क्लास में छात्रों को पढ़ा रही थीं। उनके मुताबिक करीब साढ़े नौ बजे स्कूल में एकाएक धुआं भरने लगा। तभी उन्होंने स्कूल से बाहर निकलकर देखा कि बगले की फैक्ट्री में आग लग गई है। उन्होंने बताया कि सबसे पहले बच्चों को विद्यालय से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।

फैक्ट्री में नहीं फायर उपकरण

फायर अधिकारी उमाकांत सिंह ने बताया कि आग लगने का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। साथ ही नुकसान को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री के पास आग बुझाने के समुचित संसाधन नही मिले हैं। इस मामले की जांच की जा रही है।

उफ, इतना धुंआ की सांस लेना भी मुश्किल

प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका रनिता श्रीवास्तव के अनुसार स्कूल में 152 बच्चे पढ़ते हैं। शुक्रवार 133 बच्चे आए थे। 9 बजे करीब जब फैक्ट्री में धमाके के बाद आग लगी तो कक्षाएं चल रहीं थीं। उन्होंने बताया कि धमाके की आवाज सुनकर वह बाहर निकलीं। सामने बनी फैक्ट्री से लपटें निकल रहीं थीं। रनिता के अनुसार हवा के कारण धुआं स्कूल की तरफ आ रहा था, जिससे बच्चे दहशत में आ गए। उन्होंने बताया कि डर लग रहा था कि कही आग की चपेट में स्कूल ना आ जाए।

बच्चो की जुबानी-

ब्रेड फैक्ट्री से बहुत तेज आग निकल रही थी। धुआं भी फैल गया था। हमें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। आंखें भी जल रहीं थीं इसलिए हमें रोना आ गया था। तब मैडम ने छुट्टी कर सब बच्चों को घर भेज दिया।

आकाश, छात्र

विद्यालय का मेन गेट टूटा हुआ है, जिसमें मैडम ने तार बांध रखा है। हम लोग छोटे वाले गेट से ही आते-जाते हैं। जो फैक्ट्री के ठीक सामने है। आग फैलते देख मैडम ने छुट्टी कर दी थी, लेकिन बाहर निकलने के लिए छोटा गेट फैक्ट्री के ठीक सामने था इसलिए हमें दीवार फांद कर जाना पड़ा।

साहिल, छात्र