फांसी लगाकर सीआरपीएफ इंस्पेक्टर ने दी जान

परिजनों ने दिल्ली रोड पर जाम लगाया, सीबीआई जांच की मांग

Meerut। जोधपुर में तैनात मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के रिझानी गांव निवासी सीआरपीएफ के इंस्पेक्टर संदीप गिरी ने शुक्रवार को ड्यूटी के दौरान फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार को संदीप गिरी का शव गांव में पहुंचा तो परिजनों ने सीनियर अधिकारियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। परिजनों ने कहा कि संदीप ने फांसी लगाकर आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसको आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया गया था।

दो दिन पहले प्रमोशन

सीआरपीएफ में इंस्पेक्टर पद पर तैनात संदीप की पांच साल पहले शादी हुई थी और उनके दो बच्चे है एक बेटी और एक बेटा है। संदीप गिरी का शव शनिवार सुबह 11 बजे करीब उसके गांव पहुंचने के बाद परिजनों समेत पूरा गांव गमगीन हो गया। नम आंखों के साथ परिजनों और ग्रामीण ने संदीप को अंतिम विदाई दी। इस दौरान संदीप की पत्नी रेनू ने बताया कि दो दिन पहले ही संदीप का फोन आया था और फोन पर संदीप ने बताया कि उसका प्रमोशन हो गया है इस बात पर काफी खुशी भी जाहिर थी। उसके अगले ही दिन संदीप के जीजा अनिल कुमार के पास शुक्रवार दोपहर को सीआरपीएफ कार्यालय से सीओ का फोन आया था कि संदीप की अचानक तबीयत खराब हो गई है। इसके बाद परिजन अधिकारियों व कार्यालय का फोन मिलाते रहे मगर फोन नहीं उठा।

परिजनों कर रहे जांच की मांग

मृतक का शव पहुंचने के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने रोष जाहिर करते हुए दिल्ली रोड पर परतापुर थाने पर हंगामा कर दिया और जाम लगाने का प्रयास किया। हंगामा बढ़ता देख जैसे-तैसे पुलिस ने मामले की जांच का आश्वासन देकर हंगामा शांत कराया। परिजनों ने मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।