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VARANASI: जीवनदायिनी गंगा काशी में संकट में है. नदी का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है और रेत के मैदान उभर रहे हैं. बीते दस दिनों में आधा मीटर जलस्तर गिरने से गंगा में पानी दस सालों के न्यूनतम स्तर के पास पहुंच गया है. केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों पर गौर करें तो पिछले पखवाड़े से गंगा का जलस्तर प्रतिदिन ढाई से तीन सेंटीमीटर के हिसाब से घटा है. शनिवार को जलस्तर 58.06 मीटर रिकॉर्ड किया गया. जलस्तर घटने से गंगा में विषैले पदार्थो की मात्रा इतनी बढ़ गई है कि पानी पीना तो दूर नहाने लायक भी नहीं रह गया है. शहर के नालों की रोकथाम नहीं होने से प्रदूषण भी खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है.

 

 

बीमारियां फैलने की आशंका

प्रदेश से लेकर केन्द्र सरकार तक निर्मल और अविरल गंगा के लिए प्रयासरत है. लेकिन काफी कुछ बदल नहीं सका है. बनारस में गंगा में अमूमन 58.60 से 58.80 मीटर तक पानी रहता है मगर इस वक्त घटकर 58.06 मीटर रह गया है. पानी में वेग कम होने से बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) बढ़ती जा रही है. घाट के किनारे कई स्थानों पर बीओडी 16 से 21 मिलीग्राम प्रति लीटर है. इससे जल संबंधी बीमारियां तेजी से फैलने की आशंका भी बढ़ती जा रही है. यही नहीं जिन खूबसूरत घाटों को निहारने देश-दुनिया के लोग आते हैं उन घाटों से भी गंगा दूर होती जा रही है.

 

कम हो रही ऑक्सिजन की मात्रा

 

एक्सपर्ट की माने तो गंगाजल में ऑक्सीजन घुलने की क्षमता 10 से 12 मिलीग्राम प्रति लीटर है. अन्य नदियों में ऑक्सीजन रखने की क्षमता 8 मिली ग्राम प्रति लीटर से अधिक नहीं है. गंगाजल में घुलित ऑक्सीजन सैकड़ों साल तक रह सकती है क्योंकि इसके जल में कार्बनिक, अकार्बनिक और जैविक पदार्थ आपस में प्रतिक्रिया नहीं करते. लेकिन इन दिनों काशी के गंगाजल में ऑक्सीजन की मात्रा विलुप्त हो रही है. पानी घटने और नदी के सिकुड़ने का मतलब ये है गंगा संकट में है.

 

कम होता जा रहा गंगा में पानी

 

58.67

मीटर था 2015 में गंगा का न्यूनतम जलस्तर

58.52

मीटर 2016 में यह रिकॉर्ड किया गया था.

58.27

मीटर रह गया था 2017 में ये घटकर जलस्तर

58.10

मीटर रिकॉर्ड किया गया 24 अप्रैल 2018 को गंगा का जलस्तर यह 08 साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया था

58.13 ़

मीटर रिकार्ड किया गया 13 जून 2019 गंगा का जलस्तर

58.06

मीटर दर्ज किया गया 15 जून 2019 को गंगा का जलस्तर

 

एक नजर

 

तारीख जलस्तर (मीटर में)

13 जून 58.13

12 जून 58.21

11 जून 58.24

10 जून 58.26

09 जून 58.28

08 जून 58.29

गंगा जल में कार्बनिक, अकार्बनिक और जैविक पदार्थ आपस में प्रतिक्रिया नहीं करते. लेकिन इन दिनों गंगा जल में ऑक्सीजन की मात्रा विलुप्त हो रही है. पानी घटने और नदी के सिकुड़ने का मतलब ये है कि गंगा संकट में है.

प्रो. बीडी त्रिपाठी, नदी विज्ञानी