-छात्रनेता की कंप्लेन पर राजभवन की तरफ से जांच आख्या मांगी गई है

BAREILLY: बरेली कॉलेज के प्रिंसिपल के खिलाफ स्टेट के गवर्नर ने जांच बिठा दी है। यह जांच उनके निष्पक्ष रूप से कार्य न करने को लेकर है। एक छात्रनेता की कंप्लेन पर राजभवन की तरफ से जांच आख्या मांगी गई है। गवर्नर ने आरयू को जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी है। इससे प्रिंसिपल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। छात्रनेता ने उनके उपर एक संगठन के छात्रनेताओं पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया था। जबकि उस संगठन के छात्रनेता अक्सर कैंपस में हंगामा और उत्पात मचाते रहे हैं। गवर्नर ने उसकी इस कंप्लेन को गंभीरता से लिया है।

क्या है मामला

बीसीबी का स्टूडेंट और छात्रनेता मुस्तफा हैदर ने स्टेट के राज्यपाल और चांसलर राम नाईक को 16 मई को एक लेटर के जरिए कंप्लेन किया था। जिसके जरिए उसने बीसीबी प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव पर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया गया था। मुस्तफा ने लेटर के जरिए आरोप लगाया था कि सत्तापक्ष के छात्र संगठन के छात्रनेताओं पर कार्रवाई करने से प्रिंसिपल हमेशा से ही हाथ पीछे खींचते रहे हैं। लेटर में उसने यह भी मेंशन किया था कि गत 9 मई को सछास के जिलाध्यक्ष ने कॉलेज की एक शिक्षिका के साथ अभद्र व्यवहार किया था। प्रिंसिपल ने इस घटना को हलके में लिया और छात्रनेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की। मुस्तफा ने इस संबंध में जांच कराकर प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।

वीसी को सौंपी जांच

मुस्तफा के कंप्लेन के आधार पर गवर्नर ने आरयू के वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन को पूरे मामले की जांच सौंपी है। वीसी के नाम से राजभवन से आए लेटर में यह निर्देश दिया गया है कि वे मुस्तफा हैदर से कंप्लेन लेटर की प्रति प्राप्त करें और उसके अनुसार जांच कराकर आख्या प्रस्तुत करें।