Lucknow: यह कहानी बिल्कुल फिल्मी है। इसमें रोमांस है, इमोशन है लेकिन एक्शन नहीं है। फिल्म थ्री ईडियट का वह सीन तो आपको याद ही होगा। जब करीना कपूर आमिर खान से शादी करने के लिए मंडप से भाग जाती हैं। लेकिन रील लाइफ की यह स्टोरी रियल लाइफ में जब लोगों के सामने आई तो सभी हैरान रह गए।

किसी को कुछ समझ में ही नहीं आया कि अब करें क्या। इस फिल्मी ड्रामे का क्लाइमेक्स भी अजीबोगरीब रहा। अजब प्रेम की गजब कहानी जो लोग भी सुन रहे हैं उन्हें 440 वोल्ट का झटका लग रहा है। इस फिल्मी कहानी के किरदार असली हैं, लेकिन उनके नाम बदल दिए गए हैं। अगर सही मायने में यह कहा जाए तो यही है रब ने बना दी जोड़ी

कहानी में twist

चौपटिया में दिलाराम बारादरी निवासी महेश (बदला हुआ नाम) राजाजीपुरम में एक सराफा व्यापारी की शॉप पर एकाउंट मेनटेन करते हैं। पिछले कुछ महीने से उनके जीवन में बदलाव आ गया। बॉलीवुड की स्टोरी की तरह उनकी लाइफ में प्रियंका (बदला हुआ नाम)आ गई। वह अपने एक रिश्तेदार के यहां कुछ दिन के लिए चौपटिया स्थित खेतगली में रहने आई थी।

प्रियंका मुंबई में रहती हैं और उनकी फैमिली भी वहीं सैटिल है। प्रियंका के पिता जी का मुंबई में आर्टीफीशियल ज्वेलरी का बिजनेस है। जबकि उसका एक भाई दुबई में है और दो भाई मुंबई में प्राइवेट नौकरी करते हैं। प्रियंका की मुलाकात महेश से हुई। पहले दोस्ती हुई और फिर मुलाकातों का दौर बढऩे लगा। धीरे-धीरे यह मुलाकातें प्यार में बदल गईं।

कुछ दिन ठहरने के बाद प्रियंका वापस मुंबई चली गई। यहां से कहानी में फिर ट्विस्ट आ गया। प्रियंका की लाइफ में नया मोड़ आया और भाई के दोस्त से उसकी नजदीकियां बढऩे लगीं। दोनों ने एक-दूसरे से शादी करने का वादा किया, लेकिन इस बीच प्रियंका के मां-बाप ने महेश की फैमिली में रिश्ते की बात तय कर ली।

प्रियंका ने घर पर विरोध जताया, लेकिन उसके पैरेन्ट्स ने उसकी बात को अनसुना कर दिया। आखिरकार प्रियंका की शादी महेश के साथ 14 जनवरी को होनी तय हो गई।

पड़ गया heart attack

महेश की बारात की तैयारियां चल रही थीं। तभी एक कॉल से सभी के चेहरे पर मायूसी छा गई। महेश के पास फोन आया कि अब यह शादी नहीं हो सकती। प्रियंका की मौत हो गई है। यह सुनते ही महेश सकते में आ गया। उसने अपने पैरेन्ट्स को यह बात बताई। कुछ देर में ही घर में खामोशी छा गई। महेश के रिश्तेदार और दोस्त खेतगली स्थित लड़की वालों के घर पहुंच गए।

यहां लड़की वाले अपने एक रिश्तेदार के यहां टिके थे, लेकिन यहां पहुंचने के बाद सीन कुछ दूसरा ही था। बहुत पूछताछ के बाद प्रियंका की मां ने बताया कि दोपहर दो बजे तक तो प्रियंका घर पर ही थी, लेकिन इसके बाद उसकी कोई खोज-खबर नहीं है। उसका फोन भी स्विच ऑफ जा रहा है। प्रियंका का जिस लड़के से अफेयर चल रहा था, उसका फोन भी स्विच ऑफ था।

जैसे ही यह खबर प्रियंका के पिता को मालूम चली तो वह बेहोश गए। उन्हें हार्ट अटैक पड़ गया। प्रियंका के पिता को तुरंत एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।

दूसरी दुल्हन खोजो

अब महेश के परिवार की इज्जत का सवाल था। सभी मेहमान आ चुके थे। ठाकुरगंज स्थित मंडप गेस्ट हाऊस में डिनर की तैयारियां पूरी हो चुकी थीं। बैंड बज रहा था। अब न तो महेश की कुछ समझ में आ रहा था और न ही उनके परिवार वालों को। बहुत विचार-विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया गया कि दूर की रिश्तेदारी और दोस्ती में कोई रिश्ता खोजा जाए।

इसके लिए महेश के दोस्तों ने करीब दस टीम तैयार कीं। कुछ ही घंटों में इंदिरानगर, अलीगंज, आलमबाग, बालागंज, राजाजीपुरम सहित अन्य इलाकों में लड़की की खोज शुरू हो गई। आखिरकार एक लड़की के घर वाले तैयार हो गए। सआदतगंज में रहने वाली इस लड़की को शादी के लिए तैयार किया गया। करीब रात 2 बजे जयमाल हुआ और करीब सुबह चार बजे फेरे हुए।

इस तरह से यह शादी एक अनोखी यादगार बन गई। खात बात यह थी कि इस शादी में न तो कोई दहेज लिया गया और न ही कोई जेवर और इस तरह से इस फिल्मी ड्रामे का क्लाइमेक्स खत्म हुआ विदाई के साथ।

Reported By : Ritesh Dwivedi