शासन ने दिए नुकसान हुई संपत्ति के मूल्यांकन के आदेश
1 करोड़ 80 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान
हिंसक भीड़ ने पुलिस की जीप समेत कई वाहनों में लगाई थी आग
Meerut। भारत बंद के दौरान उपद्रवियों ने आगजनी, तोड़फोड़ और पथराव किया था। जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिलों में निर्दोष लोगों की संपत्तियों की क्षति के संबंध में मूल्यांकन कर शासन को अवगत कराएं। बीते मंगलवार को तहसीलदार ने कचहरी में जाकर नुकसान हुई संपत्ति का मूल्यांकन किया गया। डीएम अनिल ढींगरा के मुताबिक जिले में उपद्रव के दौरान एक करोड़ 80 लाख की संपत्ति के नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
ऐसे मिलेगा मुआवजा
पीडि़त व्यक्ति को संबंधित थाने में एक एप्लीकेशन देनी होगी।
थाना स्तर से वह रिपोर्ट डीएम को भेजी जाएगी।
इसके बाद नुकसान हुई संपत्ति का वेरीफिकेशन करके मुआवजे की प्रक्रिया शुरू होगी।
कंपनी भी देगी मुआवजा
नेशनल इंश्योंरेंस कंपनी के डेवलपमेंट ऑफिसर राकेश शर्मा ने बताया कि क्षतिग्रस्त वाहनों का बीमा कंपनी भी मुआवजा देगी।
ये होगी प्रक्रिया
जले या क्षतिग्रस्त हुए वाहनों की पहले थाने में रिपोर्ट लिखाएं
जले हुए या क्षतिग्रस्त वाहन का एस्टीमेट तैयार करें।
सारे कागज तैयार करके बीमा कंपनी में क्लेम करे।
क्लेम के बाद बीमा कंपनी का सर्वेयर मौका मुआयना करेगा।
सर्वेयर रिपोर्ट के आधार पर मुआवजा तय होता है।
इसके बाद वाहन मालिक को क्लेम का भुगतान किया जाता है।
मेरठ में जितनी संपत्ति व वाहनों को नुकसान हुआ है। सभी की रिपोर्ट बनाई जा रही है। जिसे शासन को भेजा जाएगा। एक हफ्ते में सभी को मुआवजा मिलने की उम्मीद है।
अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी