नई दिल्ली (पीटीआई)। रिएलिटी फर्म गोदरेज प्राॅपर्टी ने बीते शुक्रवार को ये घोषणा की थी कि उन्होंने मुंबई के चेंबुर में स्थित आरके स्टूडियो को खरीद लिया है। वहां कंपनी की आलीशान फ्लैट्स बनाने की योजना है। गोदरेज प्राॅपर्टीज गोदरेज ग्रुप का ही हिस्सा है। कंपनी ने अपने अपने बयान में कहा, 'यह 2.2 एकड़ में फैला हुआ है। तकरीबन 33 हजार वर्ग मीटर में अत्याधुनिक आलीशान रिहाइशी अपार्टमेंट बनाए जाएंगे। कंपनी सौदे की कीमत का खुलासा नहीं किया है। गोदरेज प्राॅपर्टीज के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन पिरोजशा गोदरेज ने कहा कि कंपनी ने चेंबूर की एक फेमस लोकेशन हासिल किया है। यह प्रोजेक्ट कंपनी के लिए महत्वपूर्ण है।
रणधीर बोले, 'हमारे परिवार की पहचान था'
चेयरमैन ने इस प्राॅपर्टी को लेकर आगे कहा, 'ये जगह हमारी स्ट्रेटजी के साथ बिल्कुल फिट बैठ रही है। ये हमारे लिए की लोकेशन बन सकती है।' वहीं रणधीर कपूर ने आरके स्टूडियो के बिक जाने पर कहा, 'चेंबुर की ये प्राॅपर्टी कई दशकों से हमारे परिवार की पहचान थी। हमने गोदरेज प्राॅपर्टीज को इसका नया इतिहास चरने के लिए चुना।' रिएलिटी फर्म ने कहा कि ये साइट हमारी स्ट्रेटजी के अकाॅर्डिंग फिट है। मालूम हो गोदरेज प्राॅपर्टीज अकसर रियल स्टेट प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए लैंड लाॅर्ड्स से कनेक्शन बनाते रहते हैं।
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इसलिए इसे बेंचने को तैयार हुआ कपूर परिवार
राजकपूर के आरके स्टूडियो को कुछ बेहतरीन वेटरन फिल्मों ने यादगार बना दिया है। राजकपूर ने कई हिट फिल्में दीं जैसे 1960 में रिलीज हुई फिल्म 'जिस देश में गंगा बेहती है', 1970 में आई फिल्म 'मेरा नाम जोकर', 1973 में रिलीज हुई फिल्म 'बॉबी', 1978 की फिल्म 'सत्यम शिवम सुंदरम' और 1988 में आई फिल्म 'प्रेम रोग'। सत्तर साल पहले बने आरके स्टूडियो की घटती आमदनी की वजह से कपूर परिवार को इसके रखरखाव में काफी मुश्किलें आ रही थीं जिसकी वजह से परिवार ने इसे बेचने का फैसला लिया था और अब ये गोदरेज प्राॅपर्टीज का हिस्सा हो गई है।
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