RANCHI: झारखंड मुक्ति मोर्चा ने गोमिया में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत की। इस बाबत पार्टी ने भारत निर्वाचन आयोग को सूचित किया है। शिकायत में कहा गया है कि सत्ताधारी भाजपा सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है। गोमिया में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में प्रशासनिक महकमा है। मतदान को प्रभावित करने के लिए मुख्यमंत्री ने कई जनसभाएं की हैं जिसमें वे प्रलोभन सरीखी घोषणाएं कर रहे हैं। वे अपनी सभाओं में बिजली, पानी, सड़क बनाने और रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणाएं कर रहे हैं। यह भी आरोप लगाया गया है कि मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों संग बैठक की है जिसमें भाजपा के पक्ष में मतदान को प्रभावित करने की रणनीति बनी है। मुख्यमंत्री द्वारा किए गए प्रशासनिक हस्तक्षेप का परिणाम है कि झामुमो के अधिकृत प्रत्याशी व सभी विपक्षी दलों के समर्थन से चुनाव लड़ रहीं बबीता देवी के पक्ष में सपाहीटांड मैदान, कसमार में चुनावी जनसभा के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने बाधा पहुंचाने का प्रयास किया। चुनाव पर्यवेक्षक के नाम पर वहां आए समर्थकों को परेशान किया गया। यह भी ताकीद की गई कि वे भाजपा विरोधी जनसभा में जाने से परहेज करें और खुद को इससे दूर रखें। यह सर्वथा अनुचित और आदर्श चुनाव आचार संहिता के खिलाफ है। पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि तत्काल हस्तक्षेप करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जाए। चुनाव आयोग को भेजे गए ज्ञापन पर तमाम विपक्षी दलों के नेताओं के हस्ताक्षर हैं।

सरकारी उपक्रम का समन्वयक कर रही सिल्ली में प्रचार

झारखंड मुक्ति मोर्चा ने सिल्ली विधानसभा उपचुनाव में भी सरकारी तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। पार्टी के मुताबिक झारखंड सरकार के उपक्रम झारखंड राज्य आजीविका परियोजना की जिला समन्वयक शांति मार्डी आजसू पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार अभियान चला रही हैं। वह सरकारी तंत्र के इस्तेमाल से सत्तारूढ़ आजसू पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के पक्ष में सखी मंडलों की बैठक कर रही हैं। इन बैठकों में प्रत्याशी की उपस्थिति सुनिश्चित की जा रही है। इस दौरान आजसू प्रत्याशी सिलाई मशीन, दरी, साड़ी, नकद रुपये, बहुमूल्य उपहार वितरित कर रहे हैं। वह छह साल से यहां पदस्थापित हैं जबकि नियमानुसार निश्चित समय के बाद उनका ट्रांसफर होना चाहिए।