-खेल-कूद को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने बनाई योजना

-यूपी का पहला खेलो इंडिया केन्द्र बनारस के बड़ा लालपुर स्टेडियम में बनाने की तैयारी

स्मार्ट सिटी बनारस में आने वाले दिनों में इंटरनेशनल लेवल के मैदान के साथ नई पौध को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल की सुविधाएं मिलेंगी. जी हां आपने सही पढ़ा. केंद्र सरकार ने सिटी में खेलकूद को बढ़ावा देने और नए खिलाडि़यों को तैयार करने के लिए 'खेलो इंडिया' केंद्र खोलने का फैसला किया है. खास बात ये कि खेल मंत्रालय द्वारा संचालित यह यूपी का पहला केन्द्र होगा. इस केंद्र में इंटरनेशनल लेवल के संसाधन और उपकरणों के साथ राष्ट्रीय स्तर के कोच रहेंगे. ताकि खिलाडि़यों बारीकी से तराशा जा सके.

चल रहा काम

बनारस में खेलो इंडिया केन्द्र खोलने का फैसला भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) नई दिल्ली में लिया गया है. एसएआई के केंद्र प्रभारी सुरेंद्र कुमार की मानें तो प्रस्तावित सेंटर बड़ा लालपुर स्थित डॉ. आंबेडकर क्रीड़ा संकुल बनाया जाएगा. हॉकी का एस्ट्रो टर्फ मैदान होने के साथ ही इस संकुल में पीएम मोदी की सांसद निधि से एथलेटिक्स के सिंथेटिक ट्रैक का निर्माण हो रहा है. इसके अलावा यहां बास्केटबॉल और वालीबॉल कोर्ट भी बनाया जा रहा है, जिसके जल्द शुरू होने की संभावना है.

फिलहाल यहां हो रही तैयारी

फिलहाल बनारस में नए खिलाड़ी तैयार करने के लिए एसएआई की ओर से बीएचयू में ग‌र्ल्स के लिए हॉकी और मुक्केबाजी के छात्रावास का संचालन किया जा रहा है. इसके अलावा यूपी कॉलेज में बास्केटबॉल, फुटबाल और हॉकी का आवासीय छात्रावास है. निवेदिता इंटर कॉलेज में ग‌र्ल्स के लिए कुश्ती के आवासीय छात्रावास के अलावा गुरु गया सेठ, मेघू पहलवान अखाड़ा और कछवां में डे बोर्डिंग स्कीम के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

सिगरा स्टेडियम भी बनेगा व‌र्ल्ड क्लास

सिगरा स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम को व‌र्ल्ड क्लास बनाने की दिशा में तेजी से काम हो रहा है. जिससे यहां नेशनल, इंटरनेशलन क्रिकेट मैच हो सके. इसके लिए शासन के निर्देश पर स्टेडियम का कायाकल्प किया जा रहा है. स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर की पांच विकेट बनाने के साथ मैदान को समतलीकरण का काम अंतिम दौर में है. इसके अलावा यहां खिलाडि़यों के लिए फाइव स्टार लेवल के लिविंग रूम और इन डोर गेम्स के हॉल बनाए जाने का भी काम हो रहा है. खिलाडि़यों के लिए अन्य आवासीय सुविधाएं भी विकसित की जा रही है.

दी जाएगी स्कॉलरशिप

-ट्रेनिंग लेने के बाद खेल के दौरान मेडल लाने के लिए जी जान लगा देने वाले खिलाडि़यों को केंद्र सरकार स्कॉलरशिप भी देगी.

-चुने हुए एक हजार खिलाडियों को सरकार हर साल 5 लाख रूपए की स्कॉलरशिप देगी. इस स्कॉलरशिप की समय सीमा आठ साल होगी.

क्या-क्या होंगी सुविधाएं

-केन्द्र में खिलाडि़यों को बेहतरीन ट्रेनिंग, मॉडर्न सुविधा देने से लेकर खेल के लिए शानदार इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा.

-हर साल मेधावी खिलाडि़यों की पहचान करना और उन्हें मुकाबले के लिए तैयार करना होगा मकसद.

-इंटरनेशनल लेवल के संसाधन और हाई क्लास उपकरण से लैस होगा केन्द्र

-नेशलन कोच के माध्यम से तैयार किये जाएंगे प्लेयर

खेलो इंडिया के लिए पात्रता

-खेलो इंडिया में शामिल होने के लिए आयु सीमा 10 से 18 वर्ष निर्धारित की गयी है.

-आर्थिक रूप से गरीब खिलाड़ी इस योजना के तहत भाग ले सकते हैं

इस खेल के होंगे खिलाड़ी

एथलेटिक्स

हॉकी

फुटबाल

वॉलीबॉल

स्वीमिंग

क्रिकेट

शूटिंग

शतरंज

खोखो

वर्जन

लालपुर क्रीड़ा संकुल में खेलो इंडिया केन्द्र बनाने का प्रस्ताव आया है. इसे एसएआई द्वारा तैयार कराया जाएगा. जिसका काम जल्द शुरू होगा. यह बनारस के लिए बड़ी उपलब्धि है, जहां से नेशनल व इंटरनेशनल स्तर के खिलाड़ी तैयार होंगे.

चंद्रमौली पांडेय, आरएसओ, डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट स्टेडियम