इन्हें या तो आपके किसी खास दोस्त या रिश्तेदार को सौंपा जा सकता है या फिर इनकी गोपनीयता बरकरार रखते हुए इन्हें डिलीट किया जा सकता है.

सॉफ्टवेयर कंपनी गूगल अब अपने यूजर्स को इस बात की इजाजत देगी कि वो तय कर सकें कि मौत के बाद उन्हें उनकी निजी सूचनाओं का क्या करना है. इन्हें या तो किसी खास दोस्त, रिश्तेदार को सौंपा जा सकता है या फिर उसे डिलीट भी किया जा सकता है.

इंटरनेट

केवल मौत ही नहीं अगर आपका मन इंटरनेट से ऊब गया है और आप कुछ समय के लिए ब्रेक लेना चाहते हैं तो भी ये विकल्प आपके लिए संभव होंगे. हां, बस ध्यान रखने वाली बात ये है कि ये सुविधा फिलहाल गूगल के पास ही है.

पूरी दुनिया में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों ने इस बारे में चिंता जताई थी.

इसी के बाद गूगल ने ये फैसला किया है. गूगल की ओर से जारी बयान में कहा गया है,” हमें उम्मीद है कि इस नये फीचर से आपको आपके क्लिक करें डिजिटल जीवन के बारे में योजना बनाने में मदद मिलेगी.यह गोपनीय और सुरक्षित तो है ही इससे आपके चाहने वालों को भी आसानी ही होगी.”

गूगल का मुख्यालय अमेरिका के कैलीफोर्निया में है. कंपनी यू ट्यूब, फोटो संपादित करने वाला सॉफ्टवेयर पिकासा और ब्लॉग स्पॉट को भी संचालित करती है.

डिलीट

गूगल का कहना है कि उसके यूजर्स सूचनाओं को तीन, छह, नौ या फिर 12 महीने बाद डिलीट करवा सकते हैं.

ये उन पर निर्भर करता है.

हालांकि इस बारे में अंतिम फैसला करने से पहले यूजर्स से ई मेल या दिए गए नंबर पर एसएमएस के जरिए बात की जाएगी.

गूगल के अलावा फेसबुक ने भी मौत के बाद यूजर्स के खाते पर मौजूद सामग्री को यादगार बनाने का विकल्प तैयार किया है.

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