GORAKHPUR: शहर के भीतर पार्किग की व्यवस्था का अभाव सबको खटकता है। शहर के किसी हिस्से में वाहनों के खड़ा करने के लिए कोई इंतजाम नहीं हैं। बाइक हो या कार, बाजार में कहीं भी जाने पर लोगों को जहां-तहां मजबूरन वाहन खड़ा करना पड़ता है। पार्किग की व्यवस्था न होने पर सड़कों किनारे खड़े वाहनों का चालान ट्रैफिक पुलिस काट देती है जिसका दोहरा दंड पब्लिक भुगत रही। एक तरफ वाहनों की चोरी का खतरा रहता है तो दूसरी ओर जुर्माना भरने से लोग परेशान हो जा रहे हैं। सरकारी मशीनरी से हर साल आश्वासन मिलता है कि जल्द ही पार्किग बना दी जाएगी। लेकिन दिन, महीने, साल यूं ही गुजरते जा रहे फिर भी लोगों को उम्मीद है कि शहर को जल्द ही कई मल्टी लेवल पार्किग मिल जाएंगी। एक दिन ऐसा आएगा जब जहां-तहां बाजारों में अपने वाहन खड़े कर सकेंगे। लोगों को इस बात की टेंशन नहीं होगी कि इधर-उधर गाड़ी खड़ी करने पर ट्रैफिक पुलिस उठा ले जाएगी।

कोई हो बाजार, मुश्किल से पहुंचती कार

शहर के किसी बाजार में कार लेकर पहुंचना टेढ़ी खीर है। हार्ट ऑफ सिटी गोलघर हो या फिर घंटाघर-हिंदी बाजार, कहीं पर भी फोर व्हीलर लेकर जाने वालों को हलकान होना पड़ता है। पार्किग की कमी से लोग कार में फैमिली लेकर निकलने से हिचकते हैं। सिविल लाइंस की कुछ जगहों को छोड़ दिया जाए तो शहर के किसी प्रमुख रोड पर कार लेकर चलना काफी मुश्किल होता है। रेलवे स्टेशन, गीता प्रेस रोड, माया बाजार, रेती चौक, बक्शीपुर, अलीनगर, बैंक रोड, कोतवाली रोड, कैंट थाना रोड, बेतियाहाता, काली मंदिर, गोरखनाथ, धर्मशाला बाजार रोड, असुरन चौक-राप्ती नगर, सिनेमा रोड, सुमेर सागर सहित कई जगहों पर पार्किग की व्यवस्था न होने से दिनभर जाम के हालात रहते हैं। सड़कों के किनारे वाहन खड़े होने से बाइक लेकर चलने में मुश्किल आती है।

इन जगहों पर ज्यादा प्रॉब्लम

गोलघर

बैंक रोड

टाउनहाल

घोष कंपनी

बेतियाहाता

रीड साहब धर्मशाला

बक्शीपुर, रेती चौक

अली नगर, सुमेर सागर

खोआ मंडी गली

गोरखनाथ रोड

असुरन, राप्ती नगर

रेलवे स्टेशन रोड

धर्मशाला बाजार

कोट्स

शहर में पार्किग की व्यवस्था नहीं है। इससे पॉश इलाकों में कार लेकर जाने में लोग हिचकते हैं। अगर कोई गलती से कार लेकर कहीं चला गया तो आधे से ज्यादा टाइम जाम में निकल जाता है। आगे-पीछे खड़े वाहन सवारों की फटकार अलग से सुननी पड़ती है।

- बाल कृष्ण रुंगटा

कई साल से पार्किग की समस्या को दूर करने की मांग की जा रही है। अब जानकारी मिली है कि गोलघर-जलकल बिल्डिंग में मल्टी स्टोरी पार्किग बनाने का टेंडर निकला है। उम्मीद है कि इस निर्माण से आसपास के सैकड़ों वाहनों को खड़ा करने की जगह मिल सकेगी।

- देवा कारवानी

गोरखनाथ से लेकर गोलघर तक आवागमन करने में बहुत समस्या होती है। बाइक खड़ी करने की जगह भी कहीं नहीं मिलती। कुछ प्राइवेट पार्किग वाले हैं जो मनमाना रेट वसूलते हैं। उन पर नगर निगम का कोई नियंत्रण नहीं है। दो घंटे बाइक पार्किग के लिए 10 रुपए देने पड़ते हैं।

- हरिओम

शहर का बिजी एरिया घंटाघर है। इस जगह पर कपड़ा, ज्वेलरी, बिसाता सहित अन्य वस्तुओं की थोक से लेकर फुटकर तक सैकड़ों दुकानें हैं। ग्राहकों की छोडि़ए यहां पर तो दुकान के कर्मचारियों के वाहन खड़े करने की कोई जगह नहीं मिलती। सड़क पर वाहन खड़ा करके लोग काम चलाते हैं।

- संदीप शर्मा