आई स्पेशल

-जेलों को ऑनलाइन करने की चल रही तैयारी

-गोरखपुर जेल के लिए एक्स्ट्रा कैमरों की डिमांड

GORAKHPUR: जेल की सलाखों के पीछे बंदियों की मनमानी पर शासन-प्रशासन की सीधी निगाहें होंगी। कुख्यात बंदियों वाली जेलों की मानीटरिंग लखनऊ से की जाएगी। शासन में बैठे में अधिकारी जेलों की हालत पर नजर रख सकेंगे। पुलिस विभाग में सीसीटीएनएस की व्यवस्था बहाल होने के बाद अब जेलों को इस जद में लाया जा रहा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में लगे 21 कैमरे सीसीटीवी कैमरे पूरी तरह से काम कर रहे हैं। नए कैमरे लगाने के लिए शासन को डिमांड भेजी गई है।

लखनऊ से मानीटरिंग की तैयारी

मंडलीय कारागार गोरखपुर के संवेदनशील जेलों में शामिल है। जेल अधिकारियों और कर्मचारियों पर हमले के बाद प्रशासन हरकत में आया। मंडलीय कारागार में 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। दो साल पूर्व 13 अक्टूबर 2016 को एक बंदी की मौत के बाद उपजे बवाल में कैमरे टूट गए। बंदियों ने हमला कर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ डाला था। बागपत जेल में नौ जुलाई को माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मर्डर के बाद जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे। मामला सामने आने पर आनन-फानन में जेलों की ऑनलाइन निगरानी का प्लान तैयार किया गया। शासन ने यह फैसला लिया है कि जिन जेलों में कुख्यात बंद हैं। लखनऊ से उनकी मानीटरिंग के लिए प्रबंध किया जाए।

जेल सुधार समिति भी रखेगी नजर

जेलों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए जेल सुधार समिति को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर दो माह में कमेटी के सदस्य जेलों में पहुंचकर जांच पड़ताल करेंगे। जेल सुधार समिति उन जेलों पर खास नजर रखेगी, जहां पर यूपी के ज्यादातर कुख्यात बंद हैं। अथवा उन जेलों की निगरानी की जाएगी, जिनको पूर्व में संवेदनशील घोषित किया जा चुका है। जेल निगरानी समिति की जिम्मेदारी होगी कि वह बंदियों से मुलाकात के तौर तरीकों, जेल में लगे सीसीटीवी कैमरों, मोबाइल से बातचीत रोकने के लिए लगे जैमर संबंधी जानकारी लेंगे। मुन्ना बजरंगी मर्डर के बाद हर जेल में कम से कम 30-30 कैमरे लगाए जाने का फरमान शासन ने जारी किया था। जहां पर कैमरे पहले से लगे हुए हैं। उनके फंक्शन के बारे में रिपोर्ट रोजाना तैयार की जाए।

इसकी हाेगी निगरानी

जेल में कितने कैमरे लगे हैं। कितने कैमरे काम कर रहे हैं।

जेल में लगे जैमर की क्या स्थिति है। उनका कितना प्रभाव है।

बंदियों से मिलने वाले मुलाकाती कितने आ रहे। उनकी क्या स्थिति है।

जेल कैंपस और बैरक में बंदी किस तरह से रह रहे हैं। उन पर नजर रखेंगे।

फैक्ट फाइल

जेल में बंद कुल बंदी - 2000

जेल में बैरकों की संख्या-

जेल में कैमरों की तादाद - 32

जेल में काम करने वाले कैमरे - 21

आईपी कैमरे की संख्या - 03

बुलेट कैमरे की तादाद- 08

स्टेटिक कैमरों की कुल संख्या- 15

जेल में लगाने के अतिरिक्त कैमरों की डिमांड - 89

नए कैमरे मिलने के बाद कुल कैमरे - 19

वर्जन

जेल में लगे 21 कैमरे ठीक से काम कर रहे हैं। अन्य कैमरों के लिए शासन को डिमांड भेजी गई है। जेल में लगे कैमरों को आनलाइन किए जाने के संबंध में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। शासन के निर्देशानुसार इस पर कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक मंडलीय कारागार