GORAKHPUR: नगर निगम के सड़क के किनारे पार्किंग बनाए जाने के बाद से बढ़ रहे विवादों की संख्या को देखते हुए इन्हें स्थगित कर दिया गया है। पार्किग लागू होने के बाद से ठेकेदारों का पब्लिक व व्यापारियों से लगातार विवाद हो रहा था। कई व्यापारिक संगठन भी इसके पार्किग हटाने के लिए नगर आयुक्त व मेयर को ज्ञापन सौंप चुके थे। बुधवार को भी गोरखपुर उद्योग व वाणिज्य संगठन के लोग पार्किंग हटाने की मांग को लेकर नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपन पहुंचे थे। बढ़ती शिकायतों के कारण नगर आयुक्त ने पांचों जगह सड़क पर लगने वाली पार्किंग को फिलहाल स्थगित कर दिया है। व्यापारियों ने फैसले का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर की है।

व्यापारियों को थी आपत्ति

गोलघर विजय चौराहा सहित सड़क किनारे पार्किंग लगाने के लिए नगर निगम ने 13 जगहों को चिन्हित किया था। इनमें से पांच जगहों पर पार्किंग शुल्क वसूलना शुरू भी हो गया था। इसके खिलफ व्यापारियों में काफी नाराजगी थी, कई बार उन्होंने ज्ञापन के जरिए बताया कि दुकान के सामने जैसे ही कोई कस्टमर गाड़ी खड़ी करता है तो ठेकेदार के आदमी पैसे वसूलने आ जाते हैं। व्यापारियों का यह भी तर्क था कि सामने की जगह खुद की सुविधा के लिए छोड़ी इसका उपयोग निगम क्यों करेगा। साथ ही इसके खिलाफ पटरी व्यवसायियों ने भी अपनी आपत्ति जताते हुए पार्किंग को निरस्त करने की मांग की थी।

गोरखपुर उद्योग मंडल भी पहुंचा

बुधवार दोपहर गोरखपुर उद्योग व वाणिज्य संगठन अध्यक्ष मोहम्मद नसीम की अध्यक्षता में व्यापारी नगर निगम पहुंचे। ज्ञापन सौंपकर उन्होंने नगर आयुक्त से बताया कि पार्किंग शुल्क लगने के कारण ठेकेदारों से पब्लिक व व्यापारियों की कई बार झड़प हो चुकी है, जिससे अराजकता का माहौल बन गया है। व्यापारियों ने बताया कि पार्किंग में अव्यवस्था के कारण अक्सर जाम लग जा रहा है। मोहम्मद नसीम ने कहा कि यदि पार्किंग खोलना है तो सड़क की पटरी से हट कर जमीन पर पार्किंग स्थल दो या तीन स्थानों पर बनाया जाए। यदि पार्किंग ठेका निरस्त नहीं किया गया तो व्यापारी आंदोलन को बाध्य होंगे।

वर्जन

नगर आयुक्त से मुलाकात कर व्यापारियों की समस्या से अवगत कराया गया। साथ ही उनसे मांग की गई कि पार्किंग का ठेका निरस्त किया जाए।

- मोहम्मद नसीम, अध्यक्ष, गोरखपुर उद्योग व वाणिज्य संगठन

पब्लिक व व्यापारियों की समस्या को देखते हुए पांचों पार्किंग के टेंडर को स्थगित कर दिया गया है।

- प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त