इलेक्शन पूर्व की तैयारियों में जुटा पुलिस महकमा
थानावार संदिग्धों की डिटेल बनाकर करेंगे कार्रवाई
GORAKHPUR:
जिले में इनामी बदमाशों को तलाशने के लिए पुलिस कर्मचारियों को जी-जान लगाना पड़ेगा। वांटेड चल रहे शातिरों की गिरफ्तारी में लापरवाही भारी पड़ेगी। थानावार लिस्ट अपडेट करने के निर्देश एसएसपी ने जारी कर दिए हैं। तीन माह तक आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहने वाले राडार पर रहेंगे। इलेक्शन पूर्व पुलिस अपनी सारी तैयारियों को अमलीजामा पहनाने में जुट गई है। एसएसपी ने कहा कि विभिन्न अपराधों में वांछित बदमाशों को अरेस्ट कर जेल भेजें। जेल से छूटकर किसी तरह की गड़बड़ी की आशंका वाले बदमाशों की जमानत निरस्त कराई जाए। उधर, जेल में बंदियों की तादाद बढ़ने की संभावना में जेल प्रशासन भी अपनी व्यवस्था मुकम्मल कर रहा है।
मार्च में अभियान शुरू कर देगी जिला पुलिस
लोकसभा चुनाव की तिथियां भले जारी घोषित नहीं हुई है। लेकिन प्रशासनिक तैयारियों से संभावना जताई जा रही है कि मार्च के पहले हफ्ते तक चुनाव आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसको देखते हुए हर जिले की फाइलों को खंगालने में जुटी है। गोरखपुर जिले की संवेदनशीलता को देखते हुए आपराधिक गतिविधियों में लिप्त रहे लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। पुलिस से जुड़े लोगों का कहना है कि फरवरी में ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। मार्च माह में पुलिस का विशेष अभियान शुरू हो जाएगा।
इस वजह से चलेगा अभियान
-किसी तरह की हिंसा में पुराने बदमाशों की भूमिका निश्चित रूप से पाई जाती है।
-थानावार बदमाशों की लिस्ट को अपडेट करके उनकी पूरी डिटेल जुटाई जाएगी।
-वर्तमान हिस्ट्रीशीट की गतिविधियों का पता लगाया जाएगा। छूटे बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खुलेगी।
-किस बदमाश पर कितने मुकदमे दर्ज हैं। उसकी उम्र कितनी है। वह जिंदा या नहीं सहित कई जानकारी ली जाएगी।
-अपराधियों के परिवार, उनकी आमदनी का जरिया और रिश्तेदारों के संबंध में सूचना अपडेट की जाएगी।
-बदमाशों की ताजा फोटो, मोबाइल नंबर लेकर निगरानी की जाएगी।
कुख्यात पेशेवर पर टूटेगा पुलिस का कहर
पुलिस किसी भी अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्ति को बख्शने के मूड में नहीं होगी। ट्रांसफर पर आने वाले पुलिस कर्मचारी बिल्कुल नए होंगे। इसलिए उनके कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी होगी कि वह संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त लोगों को अरेस्ट कर जेल पहुंचाए। जिले में अपराधिक वारदातों को अंजाम देकर फरार चल रहे पेशेवर अपराधियों की तलाश में टीम को लगा दिया गया है। हर थाना क्षेत्र के कम से कम 15 हार्डकोर बदमाशों को लिस्ट में शामिल किया जाएगा। बदमाशों को मदद पहुंचाने वाले परिजनों, उनके रिश्तेदारों की प्रापर्टी कुर्क का अभियान चलाने की तैयारी चल रही है। अपराध के जरिए जुटाई गई प्रापर्टी कुर्क करने के लिए पुलिस कोर्ट से परमिशन लेकर कार्रवाइर्1 करेगी।
फैक्ट फीगर
जिले में कुल वांटेड बदमाश - 128
कुल बदमाशों पर जारी इनाम- 40
पांच साल से फरार चल रहे बदमाश- 12
अपराधिक गतिविधियों में सक्रियता - 392
जेल में भी शुरू हुई तैयारियां
चुनाव के पूर्व अपराधियों की धर-पकड़ होने से जेल में बदमाशों की तादाद बढ़ जाएगी। साढ़े आठ सौ बंदियों की क्षमता वाली जेल में मंगलवार तक करीब 17 सौ बंदी हैं। पूर्व में यह संख्या दो हजार पार कर गई थी। जेल प्रशासन का कहना है कि पुलिस की सक्रियता बढ़ने से अपराधिक तत्वों की गिरफ्तारी खूब होगी। इसको देखते हुए जेल प्रशासन भी तैयारियों में जुटा है। जेल अधिकारियों का कहना है कि दो हजार तक बंदियों को निरुद्ध रखने में कोई प्रॉब्लम नहीं होगी। चुनाव के दौरान कुख्यात बंदियों को शिफ्ट करने के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।
वर्जन
जेल में बंदियों के लिए पूरी व्यवस्था है। वर्तमान में 17 सौ बंदी हैं। जबकि यहां पर दो हजार से बंदी निरुद्ध रह चुके हैं। बंदियों की तादाद बढ़ने पर व्यवस्था बनाई जाएगी।
डॉ। रामधनी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक
सभी थानेदारों को अलर्ट किया गया है। वांटेड बदमाशों की लिस्ट अपडेट की जा रही है। गुंडा, गैंगेस्टर, पाबंदी की कार्रवाई के साथ-साथ हिस्ट्रीशीट खोलने का निर्देश दिया गया है। इसकी समीक्षा करके जो भी कमियां सामने आएंगी। उनको दूर किया जाएगा। आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहने वाले लोगों पर शिकंजा कसेगा। इनामी बदमाशों की तलाश में पुलिस टीम लगी है।
डॉ। सुनील गुप्ता, एसएसपी