-मौत की सूचना के बाद हेल्थ डिपार्टमेंट के उड़े होश

-15 दिन पहले स्वाइन फ्लू की चपेट में आया था शिक्षक

-स्थिति गंभीर होने पर पीजीआई में चल रहा था इलाज

GORAKHPUR: जिले में स्वाइन फ्लू का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वाइन फ्लू से एक शिक्षक की मौत की खबर पर हेल्थ विभाग के आला अफसरों के होश उड़ गए। गगहा के एक शिक्षक की 15 रोज पहले हालत गंभीर हो गई। उन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां हालत गंभीर होने पर परिजनों ने पीजीआई लखनऊ में दाखिल कराया। जहां इलाज के दौरान बीती रात उनकी मौत हो गई। हालांकि अब तक जिले में स्वाइन फ्लू के तीन मरीजों की जांच में तस्दीक हुई हैं।

गगहा एरिया के मंझरिया के संजय सिंह की स्वाइन फ्लू से बुधवार रात पीजीआई लखनऊ में इलाज के दौरान मौत हो गई। इसका 15 दिनों से पीजीआई में इलाज चल रहा था। उनकी तबीयत नाजुक रहने लगी और बुखार व खांसी की शिकायत हुई। स्वास्थ्य खराब होने पर परिजनों ने स्थानीय निजी अस्पताल में उसका इलाज कराया। हालत में सुधार न होने पर संजय को पीजीआई लखनऊ में रेफर किया। पीजीआई में स्वास्थ्य जांच के बाद स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गए। इसके बाद शिक्षक को इलाज के लिए दाखिल किया गया लेकिन बीते दिनों उनकी मौत हो गई। जिले में स्वाइन फ्लू से हुई मौत का यह पहला मामला है। हालांकि अभी तक गोरखपुर में तीन मरीजों में स्वाइन फ्लू की तस्दीक हो चुकी है। उनका निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण

- तेज सरदर्द

- नाक से पानी आना

- तेज बुखार

- खांसी, गले में दर्द

- जोड़ो व मांस पेशियों में दर्द

- उल्टी व डायरिया इत्यादि

घबराएं नहीं, रखें सावधानी

-किसी में ये लक्षण दिखें तो उसे अस्पताल भिजवाएं

-इससे पीडि़त मरीज से 3 फीट की दूरी रखें

-हाथ न मिलाएं

-स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें ताकि निवारक दवाइयां बांटी जा सकें

-मरीज के क्लोज कान्टैक्ट में न रहें

वर्जन

जानकारी मिली है। एमवाईसी की टीम भेजकर जांच कराई जा रही है। अगर सही पाया गया तो निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी।

डॉ। आईवी विश्वकर्मा, सीएमओ प्रभारी