-रोस्टिंग व फॉल्ट ने दस लाख शहरवासियों को किया बेहाल

- उमस भरी गर्मी के बीच बार-बार बत्ती हो जा रही गुल

- साल भर पहले बदले गए थे उपकरण फिर भी हो गए फेल

GORAKHPUR: एक तरफ उमस भरी गर्मी ने लोगों का जीना बेहाल कर रखा है तो दूसरी तरफ रोस्टिंग और फॉल्ट का बहाना बनाकर बिजली निगम जबर्दस्त कटौती कर रही है। इससे रविवार को शहर के दस लाख लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। जबकि, जुलाई में ही बिजली विभाग ने दो महीने तक शटडाउन नहीं लेने का दावा किया था।

क्या हुआ 24 घंटे बिजली का वादा

बिजली विभाग ने वादा किया था कि जल्द ही लोगों को 24 घंटे की बिजली मिलेगी। इसे लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की गई थी। इसमें 24 घंटे तक आपूर्ति देने का दावा किया था। इसी तरफ कुछ ही समय पहले लगे सब स्टेशनों पर लगे पैनल बॉक्सों पर सवाल उठे थे। इस पर महानगर विद्युत वितरण निगम के जिम्मेदार अफसर अत्याधुनिक सिस्टम से लैस हैं। इससे शहर में फॉल्ट की समस्या कम हो जाएगी, लेकिन अफसरों के दावों की पोल अब पूरी तरह से खुल चुकी है।

दग जाते हैं सीटीपीटी

बिजली निगम जिन पैनल्स को बेहतर बताकर लगाया गया था। वह पहले से भी बेकार निकले। नाम न छापने की शर्त पर एक लाइनमैन ने बताया कि इससे अच्छा तो पूरा पैनल था। इसमें तो एलटी लाइन की तार टूटने पर बिजली गुल ही नहीं होती है। वहीं जो सीटीपीटी लगाए गए हैं, वह तो गर्मी बढ़ते ही लोड उठा ही नहीं पा रहे हैं। अभी तक कई दर्जन सीटीपीटी दग चुका है। एक बार सीटीपीटी दगता है तो कम से कम दो घंटे के लिए बिजली गुल हो जाती है।

फॉल्ट की समस्या से प्रभावित

- राप्तीनगर सीटीपीटी दगी पांच घंटे बिजली प्रभावित

- नार्मल सीटीपीटी दगी 7 घंटे सब स्टेशन बिजली प्रभावित

- खोराबार दो पैनल डैमेज चार घंटे आपूर्ति बाधित

- रुस्तमपुर दो फीडर डैमेज चार घंटा आजाद चौक और टीपी नगर फीडर प्रभावित

- पैडलेगंज में तार टूटने से 8 घंटे इलाके में आपूर्ति बाधित

- मोहद्दीपुर में इनकमिंग फीडर डैमेज दो घंटे बिछिया एरिया प्रभावित

- हरिओम नगर में बिजली का तार टूट कर गिर जाने से टाउनहाल उपकेंद्र से जुड़े इलाके प्रभावित रहे।

यहां कटी बिजली

-मोहद्दीपुर

-बेतियाहाता

-यूनिवर्सिटी

-जगन्नाथपुर

-बिछिया

-घासी कटरा

-जाफरा बाजार

-निजामपुर

-रूस्तमपुर

-जंगल शालिकराम

-शिवपुर सहबाजगंज

-राप्ती नगर आि1द इलाका

कोट

बिजली विभाग के अफसर दावा करते हैं, लेकिन उनका दावा आज तक सच नहीं हो सका है। पहले तो सीएम आते थे तो शहर को 24 घंटे बिजली मिल जाती थी, लेकिन अब तो सीएम आते हैं तो भी बिजली गुल हो जाती है।

- अंबुज श्रीवास्तव, शिवपुर सहबाजगंज

हर रोज फॉल्ट की समस्या से सबसे अधिक व्यापार प्रभावित हो रहा है। गर्मी में कस्टमर के लिए जनरेटर चलाना पड़ता है, जिसके कारण बिल देने के अलावा तेल पर भी पैसे खर्च करना पड़ रहा है। जबकि बिजली निगम के 24 घंटे के दावे हैं।

-सोनू पांडेय, शाहपुर

बिजली निगम वादे पूरा करता तो पब्लिक को बहुत अधिक राहत मिलती है। लेकिन रोस्टिंग और फॉल्ट की वजह से अक्सर बत्ती गुल हो जाती है जिससे परेशानियां बढ़ने लगती है।

-भजुराम पांडेय, रुस्तमपुर

बिजली निगम सिर्फ दावे कर रहा है। सबसे अधिक परेशानी दिन में होती है। कभी-कभी तो रात में कटौती के करण नींद नहीं पूरी होती है और सुबह बिजली न होने से घर के कार्य प्रभावित हो जाते हैं।

-मनोज मिश्रा, बिछिया

वर्जन

हमारा पूरा प्रयास है कि शहर की पब्लिक को पूरी बिजली मिले। कुछ शहर के इलाकों में तकनीकी प्रॉब्लम के कारण फॉल्ट हो रहे हैं और कुछ जगहों पर मेंटेनेंस का कार्य चल रहा है। इसलिए थोड़ी बहुत परेशानी हो रही है। जल्द ही बिजली उपभोक्ताओं को समस्याओं से निजात मिल जाएगी।

- एके सिंह, अधीक्षण अभियंता, महानगर विद्युत वितरण निगम