- शहर में तेजी से बढ़ रही है गाडि़यों की संख्या

- नहीं होती जांच, 50 रुपए में बिना गाड़ी देखे बन जाता है प्रदूषण प्रमाण पत्र

GORAKHPUR: वाहनों की फिटनेस जांच में लापरवाही भी शहर की आबो-हवा को गंदा करने के लिए जिम्मेदार है। हर साल शहर में करीब एक लाख वाहन बढ़ रहे हैं लेकिन इनमें कितने सड़कों पर चलने के लिए फिट हैं, जिम्मेदारों को ये जानने की फुर्सत ही नहीं दिखती। वाहनों की फिटनेस जांच के दावे तो आरटीओ खूब करता है लेकिन हकीकत यही है कि आरटीओ के बाहर ही मात्र 50 रुपए में बिना जांच ही खुलेआम प्रदूषण प्रमाण पत्र हासिल किया जा सकता है। वाहनों की फिटनेस जांचने के अभियानों के नाम पर भी महज खानापूर्ति ही की जा रही है। इससे शहर में जाम का झाम तो बढ़ ही रहा है, साथ ही गाडि़यों से निकलने वाले धुएं से शहर की हवा भी प्रदूषित हो रही है।

आरटीओ भी हैं अंजान

शहर में पुराने वाहनों पर अंकुश लगाने के लिए परिवहन विभाग कभी दिलचस्पी नहीं दिखाता है। यहां तक की प्रदूषण जांच के लिए बनाए गए प्वॉइंट्स पर क्या हो रहा है, इसकी जानकारी तक आरटीओ को नहीं है। आरटीओ में मात्र पचास रुपए में ही किसी भी वाहन का प्रमाण पत्र बन जाता है। इसके लिए जांच करने वाले वाहनों को देखने की जहमत भी नहीं उठाते। जिसके चलते ही कबाड़ गाडि़यां शहर की हवा को प्रदूषित कर रही हैं।

शहर में दौड़ रहे आठ लाख वाहन

शहर के वाहनों की संख्या पर अगर गौर किया जाए तो पिछले वर्ष इनकी संख्या सात लाख थी। जबकि 2018 में इसमें एक लाख की बढोत्तरी हो गई। इस समय शहर में ट्रांसपोर्ट और नॉन ट्रांसपोर्ट वाहनों की संख्या मिलाकर लगभग आठ लाख वाहन चल रहे हैं।

बॉक्स

वाहनों के चलते 60 प्रतिशत एयर पॉल्युशन

शहर के प्रदुषण की मॉनिटरिंग कर रहे एमएमएमयूटी के डॉ। गोविंद पांडेय ने बताया कि यहां 60 से 70 प्रतिशत तक एयर पॉल्युशन शहर के वाहनों की वजह से है। इनकी संख्या में हर साल इजाफा हो रहा है जो बहुत ही घातक है। शहर की हवा मानक से कहीं ज्यादा प्रदूषित हो चुकी है जिसका परिणाम गंभीर बीमारियों के प्रकोप के रूप में सामने आ रहा है। लोगों को वाहन का प्रयोग कम और साइकिल का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। साथ ही पॉल्युशन फैलाने वाले पुराने वाहनों पर रोक लगानी चाहिए।

वर्जन

पॉल्युशन जांच के लिए शहर में चार से पांच सेंटर बनाए गए हैं। समय-समय पर इनके खिलाफ अभियान भी चलाया जाता है।

- डीडी मिश्रा, आरटीओ प्रवर्तन

फैक्ट फिगर

वर्तमान में शहर में दौड़ रहे वाहन

स्कूटर्स - 86381

मोपेड -27450

बाइक्स - 603141

कार - 22614

जीप - 18493

ओमनी बस - 93

ट्रैक्टर्स - 23978

ट्रेलर्स - 209

अदर व्हीकल्स - 318

इनके अलावा ट्रांसपोर्ट वाहनों की संख्या

ट्रक, बस सहित अन्य ट्रांसपोर्ट वाहन - 34751

कुल वाहनों की संख्या - 817428