- 653 निकाय प्रदेश में

- 12007 वार्ड प्रदेश में

-110 वार्ड लखनऊ में

-15 नवंबर से शुरू होगी परीक्षा

-2 हजार अंकों की कुल परीक्षा

- घरों से कूड़ा उठान व्यवस्था सुधरी फिर भी खतरा बरकरार

- 20 फीसदी वार्डो में टॉयलेट की भी स्थिति बेहतर नहीं

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW

इंतजार की घडि़यां समाप्त होने को हैं। बस दो दिन बाद प्रदेश के 12 हजार सात वार्डो के बीच स्वच्छता की जंग शुरू होने जा रही है। केंद्रीय स्तर पर होने वाली स्वच्छता सर्वेक्षण परीक्षा की तर्ज पर इस परीक्षा में भी मुख्य फोकस कूड़ा कलेक्शन, कूड़ा प्रबंधन के साथ-साथ ओडीएफ, टॉयलेट निर्माण पर ही रखा गया है। 30 दिनों तक चलने वाली इस परीक्षा में शहर के भी 110 वार्डो को कसौटी पर उतारा जाएगा और विभिन्न पैरामीटर पर अंक दिए जाएंगे। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने स्वच्छता परीक्षा में शामिल बिंदुओं को लेकर कई वार्डो का स्कैन किया। जो तस्वीर सामने आई, उससे साफ है कि शहर के करीब 70 से 80 फीसदी वार्ड हरियाली व सौंदर्यीकरण संबंधी बिंदु पर बेहतर परफॉर्म कर अंक जुटाएंगे, जबकि सफाई कर्मियों की कम संख्या के कारण सभी 110 वार्डो में सफाई अभियान पर पड़ रहे असर का खामियाजा भी सामने आ सकता है।

कुछ ऐसा होगा स्कोर कार्ड

बिंदु अंक

ठोस कचरे से प्रबंधन की स्थिति 200

स्वच्छता क्षेत्र में आधारभूत संरचना की उपलब्धता 200

टॉयलेट की स्थिति 200

वार्डो में हरियाली और सौंदर्यीकरण 200

स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति की भागीदारी 200

कूड़ा का पृथक्कीकरण, संग्रह और परिवहन 360

स्वच्छता: ओडीएफ 120

आईसी और व्यवहार परिवर्तन 100

क्षमता निर्माण 100

इनोवेशन एवं बेस्ट प्रैक्टिस 120

सिटीजन फीडबैक 200

तीन भागों में बांटा गया

परीक्षा में मूल्यांकन तीन भागों के आधार पर होगा। पहले में स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों के आधार पर वार्ड में किए गए कामों का मूल्यांकन किया जाएगा, वहीं दूसरे भाग में वार्डो में किए गए कुल कार्यो के आधार पर अंक दिए जाएंगे जबकि तीसरे भाग में होटल, स्कूल, अस्पताल, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन की इन पांच श्रेणियों में स्वच्छता के मूल्यांकन को रखा गया है।

परीक्षा गाइड लाइन के आधार पर वार्डो की स्थिति

पहला बिंदु

टॉयलेट की स्थिति

ये जानें-10 फीसदी वार्डो में टॉयलेट की स्थिति बेहतर नहीं

ये हैं वार्ड-लालकुआं, इस्माइलगंज द्वितीय इत्यादि

परिणाम- मिलेंगे अंक

बोले पार्षद

मेरे वार्ड में टॉयलेट की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है। इस संबंध में कई बार निगम प्रशासन को लिखा जा चुका है लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।

सुशील तिवारी पम्मी, पार्षद, लालकुआं वार्ड

दूसरा बिंदु

हरियाली व सौंदर्यीकरण

ये जानें- 80 फीसदी वार्डो में पार्को की स्थिति बेहतर

20 फीसदी वार्डो में पार्को के मेंटीनेंस की जरूरत

10 फीसदी वार्डो में अविकसित पार्को की समस्या

यहां स्थिति बेहतर- जगदीश चंद्र बोस वार्ड, सरदार पटेल नगर वार्ड, मालवीय नगर वार्ड

यहां देना होगा ध्यान- लालकुआं वार्ड, सरोजनी नगर वार्ड

परिणाम-मिलेंगे बेहतर अंक

बोले पार्षद

मेरे वार्ड में करीब 35 पार्क हैं, जिसमें से करीब 21 पार्क पूरी तरह से विकसित हैं। शेष पार्को को भी विकसित कराने संबंधी योजना पर काम जारी है।

ममता चौधरी, पार्षद, मालवीय नगर वार्ड

तीसरा बिंदु

स्वच्छ वातावरण प्रोत्साहन समिति की भागीदारी

इसे जानें- 110 वार्डो में समितियों का हो चुका है गठन

परिणाम- अंक मिलेंगे

बोले जिम्मेदार

सभी वार्डो में स्वच्छता समितियों का गठन किया जा चुका है। समितियों ने अपने-अपने वार्डो में बैठकें भी करनी शुरू कर दी हैं। जिसमें जनता की समस्याओं को दूर किया जा रहा है।

सुनील मिश्रा, संयोजक, स्वच्छ वातारण प्रोत्साहन समिति

चौथा बिंदु

ओडीएफ

इसे जानें- 95 वार्डो को ओडीएफ किया गया है घोषित

110 वार्डो का ओडीएफ घोषित करने का लक्ष्य

ओडीएफ घोषित होने के बाद भी 15 फीसदी वार्डो में लोग खुले में जाते शौच

परिणाम- अंक मिलेंगे लेकिन शत प्रतिशत नहीं

पांचवां बिंदु

कूड़ा का पृथक्कीकरण, संग्रह और परिवहन

इसे जानें- 35 फीसदी वार्डो से घरों से नहीं उठता कूड़ा

50 फीसदी वार्डो से नियमित उठ रहा है कूड़ा

25 फीसदी वार्डो से अल्टरनेट उठता है कूड़ा

परिणाम-60 फीसदी अंक मिलने की संभावना

बोले पार्षद

मेरे वार्ड में कूड़ा उठान की व्यवस्था पहले से सुधरी है, लेकिन अभी इस दिशा में और भी कवायद किए जाने की जरूरत है। शत प्रतिशत घरों से कूड़ा कलेक्ट होना चाहिए।

गिरीश मिश्रा, पार्षद, सरदार पटेल नगर वार्ड

छठा बिंदु

सिटीजन फीडबैक

परीक्षा में सिटीजन फीडबैक संबंधी बिंदु भी रखा गया है। अभी तो स्थिति यह है कि करीब शहर की 80 फीसदी जनता नहीं जानती है कि वार्डो में स्वच्छता की परीक्षा शुरू होने जा रही है। पिछले दो दिन में जरूर निगम की ओर से ताबड़तोड़ बैठकें कर पार्षदों और सफाई पर्यवेक्षकों की मदद से इस परीक्षा को लेकर जनता तक संदेश पहुंचाए जाने की तैयारी की जा रही है।

परिणाम- 40 फीसदी अंक मिल सकते

बोली जनता

इस परीक्षा के बारे में सुना तो है लेकिन इसमें क्या और कैसे होना है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हर किसी को इस परीक्षा के बिंदुओं से अवगत कराया जाना चाहिए।

हेमंत भसीन, इंदिरानगर

फिलहाल तो इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। अगर परीक्षा हो रही है तो निश्चित रूप से प्रयास किया जाना चाहिए कि शहर के वार्ड बेहतर अंक हासिल करें।

शिमुल बनर्जी, अलीगंज

सातवां बिंदु

स्वच्छता क्षेत्र में आधारभूत संरचना की उपलब्धता

इसे जानें- 110 वार्डो में सफाई कर्मी बढ़ाए जाने की जरूरत

10 से 25 तक सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग

सफाई व्यवस्था पटरी पर लेकिन बहुत बेहतर नहीं

परिणाम- 50 से 60 फीसदी तक अंक मिलने की संभावना

बोले पार्षद

मेरे वार्ड में सफाई कर्मियों की संख्या खासी कम है। इसकी वजह से सफाई व्यवस्था पर असर पड़ता है। अगर सफाई कर्मी बढ़ जाएं तो स्थिति और बेहतर हो सकती है।

सै। यावर हुसैन रेशू, पार्षद, जगदीश चंद्र बोस वार्ड

बोले जिम्मेदार

हमें पूरा विश्वास है कि जिस तरह से स्वच्छता सर्वेक्षण 2018 में शहर ने बेहतर रैंक हासिल की थी, ठीक उसी तरह वार्ड स्तर स्वच्छता परीक्षा में भी शहर बेहतर अंक जुटाएगा। अगर किसी वार्ड में कोई समस्या है तो उसे तत्काल दूर कराया जाएगा।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

स्वच्छता परीक्षा के मद्देनजर वार्डो में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सफाई के साथ-साथ अन्य बिंदुओं पर भी खास फोकस किया जा रहा है। पूरा प्रयास है कि इस परीक्षा में सभी वार्ड बेहतर परफॉर्म करें। वार्डो में अतिरिक्त सफाई कर्मी भी लगाए जा रहे हैं।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त