- 10 अगस्त को कृमि मुक्ति दिवस का होगा आयोजन

- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक युगल किशोर पंत ने समन्वय समिति की ली बैठक

DEHRADUN: राज्य में 28 जुलाई से नौ अगस्त तक सघन डायरिया पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान पांच वर्ष तक की आयु के करीब 11 लाख 42 हजार बच्चों को ओआरएस के साथ जिंक की गोलियां दी जाएंगी। इधर, 10 अगस्त को कृमि मुक्ति दिवस के तहत प्रदेश के लगभग 42 लाख बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली दी जाएगी।

42 लाख बच्चों खिलाई जाएगी एलबेंडाजोल

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक युगल किशोर पंत ने बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशालय के सभागार में राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक ली। उन्होंने बताया कि कृमि मुक्ति दिवस पर सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के 6-19 वर्ष के लगभग 24 लाख बच्चों को और आंगनबाड़ी केंद्रों पर 1-5 वर्ष के करीब नौ लाख बच्चों को एलबेंडाजोल की गोली दी जाएगी। जो बच्चे छूट जाएंगे उन्हें 17 अगस्त को यह गोली दी जाएगी। उन्होंने शिक्षा, बाल विकास विभाग, सीबीएसई, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन एवं स्काउट/गाइड के अधिकारियों से कहा कि वह इस अभियान को मीजल्स-रूबेला टीकाकरण अभियान की तरह सफल बनाने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि सघन डायरिया पखवाड़ा के तहत आशा कार्यकर्ता उन घरों में ओआरएस पैकेट देंगी, जिनमें पांच वर्ष से कम आयु के बच्चें हैं। एनएचएम के प्रभारी अधिकारी डॉ। अमित शुक्ल ने कहा कि अभियान को लेकर जल्द ही स्कूलों के अध्यापक, आंगनबाड़ी, आशा, एएनएम और चिकित्सकों को प्रशिक्षण दिए जाने का कार्य शुरू किया जाएगा। उत्तराखंड कृमि मुक्ति के लिए तीव्र संक्रमण वाले राज्यों में सम्मलित है, जिसे देखते हुए इस अभियान को प्राइवेट स्कूलों में भी शत-प्रतिशत सफल बनाने की आवश्यकता है। इस दौरान स्वास्थ्य निदेशक डॉ। टीसी पंत, निदेशक एनएचएम डॉ। अंजली नौटियाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।