-एसटीएफ यूपी और केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की संयुक्त छापेमारी

-मणिपुर से लाई गई थी हेरोइन, हापुड़ जा रही थी सप्लाई

BAREILLY :

एसटीएफ और केन्द्रीय नारकोटिक्स टीम की संयुक्त अभियान में संडे को बड़ी सफलता हाथ लगी है। टीम ने एक किलो हेरोइन के साथ दो तस्करों को पकड़ लिया है। पुलिस ने तस्करी में प्रयोग हो रही कार को भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने पकड़े गए दोनों तस्करों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।

फतेहगंज टोल प्लाजा पर पकड़ा

केन्द्रीय नॉरकोटिक्स और एसटीएफ की टीम की सूचना पर बरेली एसटीएफ इकाई के इंस्पेक्टर अजय पाल सिंह ने कार्रवाई करते हुए फतेहगंज पश्चिमी टोल प्लाजा के पर चेकिंग शुरू की, जिसमें टीम को एक रिनॉल्ट क्विड कार से दो संदिग्ध दिखाई दिए। पूछताछ की तो वह भागने लगे। टीम ने मौके पर घेराबंदी कर दोनों तस्करों को दबोच लिया। कार की तलाशी लेने पर उनके पास एक किलो हेरोइन बरामद हुई। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि वह मणिपुर से हेरोइन के लिए लेकर हापुड़ के लिए जा रहे थे।

पुलिस का ईनामी, कर रहा तस्कर

पुलिस गिरफ्त में आए तस्करों ने बताया कि वह अपराधी तैमूर उर्फ भोला और उसका भाई सद्दाम व नवी के लिए काम करते हैं। तस्करों ने अपने नाम वसीम खान निवासी ग्राम बेहरा फरीदपुर और नहीम खान सैदपुर लश्करी गंज बिथरीचैनपुर बताया। तस्करों ने बताया कि इससे पूर्व में भी वह मणिपुर, बिहार, राजस्थान से माल मंगाकर बरेली सेटेलाइट पर देते थे। जिसके बाद वह माल को पहुंचाने का काम करते थे। बरेली में यह माली 20 हजार रुपए प्रति पैकेट मिलता है जबकि बाहर 50 हजार रुपए का बिकता है। पुलिस पूछताछ में तस्करों ने बताया कि तैमूर फरार चल रहा है जबकि पुलिस ने आरोपी पर एक लाख का इनाम भी घोषित कर रखा है। वह अब तक 25 से अधिक अधिक बार हेरोईन पहुंचा चुके हैं।

पहचान छिपाने के लिए बदला रंग

पुलिस ने तस्करों के पास से जो हेरोईन पकड़ी है वह मटमैली कलर की नहीं बल्कि गुलाल की कलर की है। तस्करों ने बताया कि वह हेरोइन को देखकर कोई पहचान न सके इसीलिए इसमें कलर मिलाकर गुलाल के कलर की बना लेते हैं।