- सुबह 7 बजे टंकी पर चढ़ा सिपाही

- 9:30 बजे मौके पर पहुंची पुलिस

- 2:30 बजे नीचे उतारा गया

- 3 बजे कानून मंत्री से कराई गई मुलाकात

- 5 बजे कर लिया गया गिरफ्तार

- सरकारी विभागों में फैले भ्रष्टाचार से नाराज सिपाही चढ़ा पानी की टंकी पर

- घंटों चला हाई वॉल्टेज ड्रामा, दी जान देने की धमकी

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LUCKNOW : सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार से नाराज पुलिस का एक सिपाही संडे को जियामऊ एरिया में एक पानी की टंकी पर चढ़ गया। सिपाही के साथ उसके कई समर्थक भी हाथों में तिरंगा लेकर भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। जब इनकी बात किसी ने नहीं सुनी तो सिपाही टंकी से कूद जान देने की धमकी देने लगा। सिपाही सीएम योगी से मिलवाने की बात भी कर रहा था। उसकी इस हरकत से वहां मौजूद अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए। करीब पांच घंटे तक चले इस हाई वॉल्टेज ड्रामे के बाद सिपाही और उसके साथियों को पुलिस टंकी से नीचे उतारने में सफल हुई। गौतमपल्ली पुलिस सभी को हिरासत में लेकर थाने लाई जहां मंत्री बृजेश पाठक से मिलने का समय दिलाया गया।

आजमगढ़ में तैनात है सिपाही
जियामऊ स्थित पानी की टंकी पर सुबह 10 बजे पांच युवक चढ़ गए। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्हें नीचे उतारने की कोशिश करने लगे। इस दौरान अधिकारियों को पता चला कि अजय शुक्ला उर्फ अजय पंडित यूपी को भ्रष्टाचार से मुक्त करने का अभियान चला रहा है। वह आजमगढ़ के सिपाही के पद पर तैनात है। अजय ने अधिकारियों से कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी कहते हैं कि सोशल मीडिया अपनी बात कहने का अच्छा माध्यम है। इसलिए उसने सोशल मीडिया पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। अजय ने बताया कि वह अपने चाचा और समर्थकों के साथ सीएम योगी से इस विषय पर बात कराने की मांग को लेकर टंकी पर चढ़ा था।

वार्ता के आश्वासन पर उतरा नीचे
अजय का कहना है कि उसने पहले जब सीएम से मिलने की कोशिश की तो अधिकारियों ने उसे मिलने नहीं दिया। सोशल मीडिया पर उसे अधिक रिस्पांस नहीं मिला तो उसने यह कदम उठाया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने जब उसे सीएम से मिलवाने का आश्वासन दिया तो वह टंकी से नीचे उतरा।

बुलाई हाइड्रोलिक मशीन
पुलिस ने अजय शुक्ला को नीचे उतारने के लिए फायर विभाग की हाइड्रोलिक मशीन भी बुलाई और उसे नीचे उतारने की कोशिश की। हालांकि अजय के आत्महत्या की धमकी देने पर हाइड्रोलिक मशीन को पीछे कर लिया गया।