RANCHI: सात साल बाद इस्लाम नगर के विस्थापितों को आशियाना उपलब्ध कराने की कवायद शुरू हो गई है। रांची नगर निगम द्वारा विस्थापित परिवारों का सर्वे शुरू किया जा रहा है। इसके बाद नए साल में यहां लोगों को बसाया जाएगा। इस्लाम नगर से विस्थापित परिवारों के सत्यापन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रांची नगर निगम के अधिकारी नौ जनवरी तक सूची में दर्ज कराए गए 444 विस्थापित परिवारों का सत्यापन कार्य करेंगे।

शुरू में 240 परिवारों को घर

इस्लाम नगर की चिह्नित जमीन पर 444 आवासों के निर्माण कार्य की आधारशिला रखी गई थी। हालांकि वर्तमान में सिर्फ ब्लॉक-2 के तहत कुल 240 आवासों का ही निर्माण कार्य कराया जा रहा है। शेष जमीन पर अतिक्रमण के कारण 204 आवासों का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है। अतिक्रमण मुक्त होते ही यहां काम शुरू हो जाएगा।

देने होंगे ये दस्तावेज

नगर निगम के मुताबिक, विस्थापित परिवारों को विस्थापित होने से संबंधित प्रमाण देना होगा। इसमें फ ोटो, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र व बैंक अकाउंट की छाया प्रति व देश भर में कहीं भी पक्का मकान नहीं होने का एक शपथ पत्र देना होगा। नगर निगम के निर्देशानुसार निर्धारित तिथि के बाद कागजात जमा करने पर कोई सुनवाई नहीं की जाएगी। तय समय के अंदर संबंधित सारे दस्तावेज जमा कर दें, वरना उनके नाम पर विचार नहीं किया जाएगा।

पार्षद के पास जमा करें दस्तावेज

इस्लामनगर के विस्थापित परिवारों का सत्यापन किया जा रहा है। सभी दस्तावेज वार्ड पार्षद के पास जमा करना है, इसके बाद इन दस्तावेजों का फि र से वेरीफि केशन किया जाएगा।

30 करोड़ की लागत से बन रहा है आवास

इस्लामनगर के विस्थापितों के लिए 444 आवास बन रहे हैं। इस्लामनगर पॉलीटेक्निक की 3.5 एकड़ भूमि पर विस्थापितों के लिए आवासीय कॉलोनी बनाई जाएगी। 30 करोड़ की लागत से आवास का निर्माण होगा। जुडको द्वारा रॉकडिल इंडिया को आवास निर्माण का काम मिला है। इस आवासीय कॉलोनी में एक मदरसा और एक स्कूल भवन भी बन रहा है।