-60-65 हजार घरों से नहीं उठ रहा कचरा

-आलमबाग व आसपास के क्षेत्रों से सर्वाधिक कचरा निकलता

-करीब 150 से 200 टन अनुमानित कचरा

-जोन एक (वीआईपी एरिया) सबसे कम कचरा निकलता

-करीब 30 से 40 टन अनुमानित कचरा

- 40 वार्डो में आज से उठेगा कचरा

- प्रत्येक जोन के 5 वार्डो से उठेगा कचरा

फैक्ट फाइल

-मार्च 2017 में ईकोग्रीन कंपनी ने काम शुरू किया

-वर्ष 2010 से मार्च 2017 तक ज्योति इंवायरोटेक का रहा कार्यकाल

स्पेशल का लोगो

हेडिंग-

कचरा उठाने में कंपनी फेल, निगम ने कसी नकेल

- डोर टू डोर कचरा कलेक्शन पर नगर निगम की रहेगी नजर

-आज से बदलेगी व्यवस्था, जोनल अधिकारी भी करेंगे मॉनीटरिंग

abhisheksingh@inext.co.in

LUCKNOW: पिछले डेढ़ माह से शहर में बेपटरी हो चुकी डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को 'संजीवनी' देने की तैयारी की जा रही है। इस संबंध में निगम की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। डोर टू डोर कचरा कलेक्शन पर नजर रखने के लिए निगम के 'पहरेदार' नियुक्त किए जा रहे हैं। इसके साथ ही इन पहरेदारों पर नजर रखने के लिए सुप्रीम कमांडरों को भी जिम्मेदारी दी गई है। नई व्यवस्था रविवार से लागू हो जाएगी।

ये होगी नई व्यवस्था

नई व्यवस्था की बात की जाए तो पहले चरण में प्रत्येक जोन के 5 वार्ड चिन्हित किए गए हैं। पहले इन वार्डो में शत प्रतिशत घरों से कचरा उठान की व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। इसके बाद दूसरे चरण में फिर पांच से सात वार्ड लिए जाएंगे। इसके बाद अंतिम चरण में शेष वार्डो को शामिल किया जाएगा। जिससे वार्ड का कोई भी घर कूड़ा उठान व्यवस्था से अछूता न रह जाए।

सदन में उठा मामला

गुरुवार को आयोजित सदन में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को लेकर पार्षदों की ओर से जमकर हंगामा काटा गया था। हर किसी ने आवाज उठाई थी कि इस व्यवस्था की जिम्मेदारी नई कंपनी को दी जाए या फिर व्यवस्था में नए सिरे से बदलाव किया जाए। पार्षदों की मांग को देखते हुए नगर आयुक्त उदयराज सिंह ने खुद स्वीकार किया था कि पिछले डेढ़ से दो सप्ताह में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था बदहाल हुई है। उन्होंने और मेयर ने आश्वस्त किया था कि जल्द ही स्थिति में सुधार होगा।

देररात तक बैठक

डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को संजीवनी देने के लिए शुक्रवार को मेयर ने ईकोग्रीन कंपनी के अधिकारियों के साथ लंबी बैठक की और रणनीति बनाई कि किस तरह से व्यवस्था में सुधार लाया जा सकता है। जिससे जनता को राहत मिल सके।

नई व्यवस्था के प्रमुख बिंदु

1-क्षेत्र व जोनवार तैयार होगी कूड़ा कलेक्शन की रिपोर्ट

2-हर वार्ड में ईकोग्रीन के कर्मियों के साथ रहेंगे निगम के दो कर्मचारी

3-जोनल अधिकारियों को अपने जोन में करनी होगी ओवरऑल मॉनीटरिंग

4-हर सप्ताह या 15 दिन में होगी कचरा उठान व्यवस्था की समीक्षा

5-लापरवाही मिलने पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई

6-रविवार को शहर के 40 वार्डो से उठेगा कूड़ा

ईकोग्रीन के संसाधन

1481 कुल कर्मचारी लगभग

350 कुल ई-रिक्शा

300 हाथ रिक्शा

300 कुल गाडि़यां

बाक्स

यूजर चार्ज पर एक नजर

-40-45 लाख पिछले माह यूजर चार्ज मिला

-70-75 लाख चार माह पहले तक यूजर चार्ज मिला

-2 करोड़ हर माह यूजर चार्ज का लक्ष्य

-50 से 100 रुपये करीब प्रति कंज्यूमर यूजर चार्ज

- 2 माह में 50 प्रतिशत यूजर चार्ज में आई कमी

घट गया यूजर चार्ज

करीब दो से तीन माह पहले तक जहां निगम को यूजर चार्ज के रूप में 70 से 80 लाख रुपये तक मिल रहे थे, वहीं पिछले दो माह में यूजर चार्ज का प्रतिशत 50 फीसदी ही रह गया है। आलम यह है कि पिछले माह करीब 40 से 45 लाख रुपये ही यूजर चार्ज के रूप में निगम को मिले हैं। हालांकि ईकोग्रीन कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि करीब 65 से 70 लाख रुपये यूजर चार्ज के रूप में आए हैं।

वर्जन

डोर टू डोर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को सुधारने के लिए हमारी ओर से कवायद शुरू कर दी गई है। इसी कड़ी में तय किया गया है कि पहले चरण में हर जोन के 5 वार्ड चिन्हित किए गए हैं। इसके साथ ही निगम कर्मियों और जोनल अधिकारियों को भी जिम्मेदारी दी गई है।

संयुक्ता भाटिया, मेयर

वर्जन

हम जानते हैं कि इस समय डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था सही नहीं है। इस संबंध में ईकोग्रीन कंपनी के अधिकारियों के साथ बैठक भी की जा चुकी है। उम्मीद है कि अप्रैल के प्रथम सप्ताह से स्थिति में खासा सुधार देखने को मिलेगा।

उदयराज सिंह, नगर आयुक्त