- एक बिल जारी करके ही नगर निगम का सिस्टम फेल

BAREILLY:

शहरवासियों को टैक्स में राहत देने के नगर निगम के दावों की दो दिन बाद ही हवा निकल गई। सिर्फ एक बिल जारी करके ही नगर निगम थम गया। मंडे को निगम पहुंचे करदाताओं को परेशान होना पड़ा। घटी हुई दरों के हिसाब से उनके बिल नहीं बन पाए। इससे बुजुर्ग करदाताओं ने रोष जताया और फिर अपर नगर आयुक्त का घेराव किया। उनके आश्वासन पर बुजुर्ग शांत हुए।

28 मार्च को बोर्ड बैठ में लिया गया था फैसला

नगर निगम में 28 मार्च को बोर्ड की बैठक में हाउस टैक्स कर की दरों को कम करने के लिए वर्ष 2007-09 की दरों को दस फीसद वृद्धि के साथ लागू करने का प्रस्ताव पास किया गया। इसके बाद करीब महीने भर पहले सभी मुहल्लों में टैक्स दरों की सूची शासन को मंजूरी के लिए भेजी गई। अब तक शासन से मंजूरी नहीं आई है। नगर निगम ने नई दरों को कंप्यूटर पर चढ़ा लिया है। दो दिन पहले नगर निगम में वीर सावरकर निवासी मधु चौहान का बिल नई दरों के हिसाब से बना दिया। तीस जून से पहले उन्हें दस फीसद अतिरिक्त छूट भी दी गई। मेयर ने दस फीसद अतिरिक्त छूट लेने के लिए टैक्स जमा करने की अपील भी की। बावजूद इसके बिलिंग प्रक्रिया ठीक नहीं हुई है।

काफी संख्या में लोग पहुंचे थे टैक्स जमा करने

इंद्रा नगर निवासी गुलाब राय इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य महेश चंद्र शर्मा, रिटायर्ड इंजीनियर विष्णु मूर्ति सक्सेना समेत तमाम बुजुर्ग मंडे को नगर निगम में टैक्स जमा करने पहुंचे थे। टैक्स विभाग का काउंटर बंद था। उन्होंने टैक्स जमा करने को कहा तो नए रेट से बिल नहीं बनने की बात कर्मचारियों ने कही। इस पर बुजुर्गो ने अपर नगर आयुक्त ईश शक्ति कुमार सिंह का घेराव किया। उनसे टैक्स का बिल निकलवाने की मांग की। अपर नगर आयुक्त ने घटी दरों से बिल बनाने की प्रक्रिया चलने की बात कही।

- एनआईसी से लिंक नहीं होने पाने के कारण मंडे को घटी दरों से बिल निकालने में दिक्कत हुई। इसलिए बिल नहीं बन पाए। जल्द ही समस्या को दूर करके बिल निकाले जाएंगे।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर