1000 कंटेनर प्रतिमाह की क्षमता पर ही निजी कंपनी आईसीडी बनाने को होगी तैयार

व‌र्ल्ड विंडो ग्रुप के प्रेसीडेंट के साथ उद्योग विभाग के अधिकारियों ने की बैठक, चेक होगी फिजिबिलिटी

मेरठ के स्पो‌र्ट्स कारोबारियों की मांग पर प्रक्रिया शुरू, सोमवार को एमएसएमई क्षेत्रीय कार्यालय में हुई बैठक

Meerut। मेरठ में इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) के निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो गई है। सोमवार को दिल्ली रोड स्थित स्पो‌र्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित बैठक में उद्योग विभाग के अधिकारियों ने निजी कंपनी के साथ बैठक कर फिजिबिलिटी को तलाशा। मेरठ में प्राइवेट-पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी मॉडल) पर आईसीडी का निर्माण होगा।

सोमवार को हुई बैठक

मेरठ में स्पो‌र्ट्स कारोबारियों की मांग पर उद्योग विभाग ने इसे शीर्ष प्राथमिकता में शामिल किया है तो वहीं 24 जनवरी से पहले विभाग प्रपोजल बनाने की कोशिश कर रहा है। सोमवार को उपायुक्त उद्योग वीके कौशल के नेतृत्व में दिल्ली रोड, स्पोटर््स काम्प्लेक्स स्थित एमएसएमई के क्षेत्रीय कार्यालय में आईसीडी को लेकर एक बैठक की गई.इसमें व‌र्ल्ड विंडो ग्रुप के प्रेसीडेंट अजय खेड़ा के साथ उद्योग विभाग के अधिकारियों ने मेरठ में आईसीडी की संभावनाओं पर विस्तृत में चर्चा की। अजय खेड़ा ने मेरठ में पीपीपी मॉडल पर आईसीडी के निर्माण पर हामी भरी तो वहीं कहा कि फिजिबिलिटी चेक करने के बाद आईसीडी का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।

प्रतिमाह 1 हजार कंटेनर पर ही आईसीडी

बैठक में एक ओर स्पो‌र्ट्स एक्सपोटर्स ने जल्द आईसीडी निर्माण की मांग रखी तो वहीं व‌र्ल्ड विंडो ग्रुप के प्रेसीडेंट ने कहा कि प्रतिमाह 1 हजार कंटेनर के आवागमन पर ही आईसीडी का निर्माण सफल रहेगा। गौरतलब है कि मेरठ में एक बार आईसीडी की शुरुआत हो चुकी है किंतु सालाना 25 कंटेनर के चलते इसे बंद कर दिया गया था। आईसीडीे के लिए रेलवे लाइन के आसपास अधिकतम 15 हेक्टेयर लैंड की आवश्यकता होगी, इसके लिए उद्योग विभाग जल्द ही प्रस्ताव बनाकर प्रदेश सरकार को भेजेगा। नेलको स्पो‌र्ट्स के चेयरमैन अशोक कुमार आनंद ने बताया कि मेरठ में आईसीडी के बनने से स्पो‌र्ट्स इंडस्ट्री को पंख लग जाएंगे और विदेशों में मेरठ के स्पो‌र्ट्स गुड्स को बेहतर पहचान मिल सकेगी।

कंपनी कराएगी सर्वे

मेरठ में आईसीडी के निर्माण की संभावनाओं को व‌र्ल्ड विंडो ग्रुप एक सर्वे कराएगी। कंपनी के प्रेसीडेंट ने सोमवार बैठक के दौरान उपायुक्त उद्योग से कई बिंदुओं पर जानकारी हासिल की है। जिसमें मेरठ से एक्सपोर्ट हो रहे स्पो‌र्ट्स गुड्स एवं अन्य उत्पाद की मात्रा, वेस्ट यूपी समेत मेरठ के एक्सपो‌र्ट्स की सूची, मेरठ, मुजफ्फनगर, सहारनपुर आदि जनपदों से कुल एक्सपोर्ट होने वाले सामान की मात्रा आदि। गौरतलब है कि अभी तक वेस्ट यूपी का एक्सपोर्टर गौतमबुद्धनगर के दादरी अथवा दिल्ली के तुगलकाबाद आईसीडी से गुड्स को एक्सपोर्ट कर रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक हर कंटेनर पर 5-7 हजार रुपए का अतिरिक्त खर्च आ रहा है। बैठक में एमएसएमई के प्रिंसिपल डायरेक्टर सुनील कुमार गुप्ता, असिस्टेंट कमिश्नर इंडस्ट्री शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद थे।