होटल में रूम बुक करने वाली कंपनी ने की एसएसपी से शिकायत
अगस्त में होटल से पकड़े लोगों से लिए 5-5 हजार रुपये
आगरा। वसूली का कोई मामला हो पुलिस जरा भी नहीं चूकती। ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने अब लोकल आईडी के नाम पर वसूली का खेल शुरु कर दिया है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति शहर के होटल में नहीं रह सकता। होटल में रूम बुक करने वाली एक कंपनी ने एसएसपी से मामले में शिकायत की है। एसएसपी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
कई बार पड़े हैं छापे
पूर्व में कई बार पुलिस ने कुछ होटलों पर छापे मार कर सैक्स रैकेट पकड़े हैं ऐसे में होटलों की भूमिका पर सवाल उठा था। कुछ मामलों में लोकल आईडी पाई गई तो कई मामलों में होटल ने आईडी जमा ही नहीं कराई। इसी को लेकर पुलिस अलर्ट रहती है। होटल संचालक भी अलर्ट रहते हैं।
शुरु हुई वसूली
नियमों का फायदा उठाना तो कोई पुलिस से सीखे। अगस्त में कुछ लोग एक कंपनी के माध्यम से होटल में रूम बुक कर रहने लगे। पुलिस को इसकी भनक लगी तो सभी को उठा लिया। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों को उठा लिया।
वसूली कर छोड़े युवक
अगस्त में पुलिस को पता चला कि आधा दर्जन युवक लोकल आईडी पर होटल में रह रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक इस पर पुलिस ने उन्हें उठा लिया। इसके बाद पुलिस ने उनसे पूछताछ की और कार्रवाई की दहशत दिखा कर पांच-पांच हजार रुपये वसूल कर लिए। इसके बाद उनको छोड़ा।
कंपनी ने की शिकायत
युवकों ने एक कंपनी के माध्यम से रूम बुक कराया था जो होटल में कमीशन पर रूम प्रोवाइड कराती है। कंपनी को जब इस बारे में पता चला तो कंपनी के लोगों ने मामले में एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने मामले में जांच के निर्देश दिए हैं।
लोकल आईडी पर संदेह का घेरा
होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौहान के मुताबिक लोकल आईडी पर रूम देना नियमानुसार गलत है। होटल टूरिस्ट के लिए होता है। लोकल कोई भी युवक अपनी आईडी पर रूम नहीं ले सकता। यदि कोई रूम देता है तो वह अनैतिक कार्य के लिए माना जाएगा। लोग लोकल आईडी पर रुकते हैं लेकिन ये नियमानुसार गलत है।
कारण सही होना चाहिए
होटल संचालक धनंजय सिंह के मुताबिक लोकल आईडी पर रूम नहीं ले सकते लेकिन यदि आपके पास सही कारण है जैसे आपके घर में काम चल रहा है और रहने की व्यवस्था नहीं है, या फिर आपके साथ आपकी पत्नी है तो दोनों का आधार कार्ड जमा होता है। सही कारण होने पर ही होटल में रुक सकते हैं। यदि कोई संदिग्ध लगता है तो उसे रूम नहीं दिया जाता।