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JAMSHEDPUR: साकची स्थित आम बगान में चल रहे अवैध हुक्का बार में एक दिसंबर को साकची थाना की पुलिस ने छापामारी की थी। इसमें नाबालिगों समेत 18 लोगों को हिरासत में लिया था। इसके साथ पुलिस ने हाल के दिनों में तीन अवैध हुक्का बार में छापेमारी की है। छापेमारी में ज्यादातर हुक्का सेवन करते हुए 15 से 17 साल के नाबालिग पकड़े गए हैं।

अभी भी शहर के कई सारे रेस्टोरेंट, कॉफी हाउस, स्पो‌र्ट्स पार्लर की आड़ में अवैध हुक्का बार चलाए जा रहे हैं। आधा दर्जन अवैध हुक्का बार का संचालन बिष्टुपुर, साकची, गोलमुरी, जुगसलाई इलाके में किया जा रहा है। इतना ही नहीं यूथ के बर्थडे पार्टी में भी हुक्के गुड़गुड़ए जा रहे हैं। हुक्का सिगरेट, गुटखा या फिर शराब से 100 गुणा ज्यादा हानिकारक है।

नाबालिग है टारगेट

स्कूल व कॉलेज आने-जाने वाले स्टूडेंट्स नाबालिग हुक्का बार ओनर्स के मेन टारगेट होते हैं। इसके अलावा शहर के रईसजादे भी इनके निशाने पर होते हैं। एक बार हुक्के की लत लगने पर यूथ बार-बार यहां आते हैं। इस तरह हुक्का बार संचालक अपनी कमाई बढ़ाते हैं।

कीमत 500 से 1000 तक

हुक्का बार में एक हुक्के के लिए यूथ से 500 से 1000 रुपए तक लिए जाते हैं। हुक्के में फ्लेवर लाने के लिए उसमें एक खास तरह का सिरप मिलाया जाता है। फ्लेवर्ड हुक्के में गुलाब व मिंट फ्लेवर्स सबसे अधिक बिकता है। फ्लेवर्स के साथ बार संचालक उसमें चरस, गांजा भी मिला देते हैं।

100 सिगरेट जितना लेते है धुंआ

10 मिनट हुक्का पिने वाला एक बार व्यक्ति 100 सिगरेट बराबर अपने अंदर धुंआ लेता है। जिसे डॉक्टर्स काफी खतरनाक मानते हैं। इतना धुंआ एक साथ किसी व्यक्ति के शरीर के अंदर जाने के कारण हार्ट ब्लॉक होने का खतरा बना रहता है।

ज्यादा नुकसानदेह है हुक्का

डॉक्टरों के मुताबिक हुक्का बाजार में बिकने वाले सिगरेट, गुटखा, पान -बीड़ी, गांजा, से भी कई ज्यादा खतरनाक होता है। इससे निकलने वाले धुंए में सबसे ज्यादा हानिकारक निकोटिन पाई जाती है। हुक्का के कश को खिंचने वाला पाइप कार्बन मोनोओक्साइड, टार, हेवी मेटल और केमिकल जेनरेट करता है। जो कैंसर का मुख्य कारक है। हुक्का पीने से सांस फूलने, दमा, खांसी, टीबी, चेस्ट टाइटनेश आदि की शिकायत भी आती है। हुक्का पीने वालों को सबसे ज्यादा लंग कैंसर होने का खतरा रहता है।

नुकसान की जानकारी नहीं

दैनिक जागरण-आई नेक्ट्स ने जब शहर में संचालित हो रहे हुक्का बार का मुआयना किया तो पाया कि शहर के यंगस्टर (नाबालिगों ) को हुक्का के धुएं से होने वाले नुकसान की जानकारी नहीं है। हुक्का बार में यंगस्टर्स ने बातचीत के दौरान बताया कि हुक्का से किसी प्रकार का नशा नहीं होता है।

हाल में पुलिस के छापे

02 दिसंबर - आमबगान स्थित कृष्णा टावर के बेसमेंट में साकची पुलिस का छापा मार 18 नाबालिगों को पकड़ा।

09 अक्टूबर - पुलिस ने शहर के दो हुक्का बार में छापेमारी कर 12 लोगो को पकड़ा। तथा हुक्का बार को तत्काल बंद कराया गया।

30 अक्टूबर-बिष्टपुर थाने से 25 मीटर दूर स्थित आदित्य बिल्डिंग में चल रहे 75 बार एवं रेस्तरां हुक्का पीने के दौरान पुलिस का छापा। छापे के दौरान पकड़े गए थे 50 युवक।

पुलिस को सूचना मिलते छापामारी की जाती है और आरोपी को हिरासत में लिया जाता है। हाल में ही कई हुक्का बार में छापेमारी की गई है। अवैध हुक्का बार में छापेमारी जारी रहेगी।

-प्रभात कुमार, सिटी एसपी, जमशेदपुर