RANCHI: रिम्स प्रबंधन हॉस्पिटल को जाम से मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। लेकिन इस काम में स्थानीय थाना पुलिस प्रबंधन को मदद ही नहीं कर रही है। नतीजन, कैंपस से बाहरी गाडि़यों को हटाने में प्रबंधन को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है। ऐसे में डायरेक्टर ने ट्रैफिक पुलिस से मदद लेने का मन बनाया है। वहीं इसके लिए ट्रैफिक एसपी से संपर्क कर मामले से अवगत करा दिया गया है ताकि कैंपस को जाम से मुक्त बनाया जा सके। इससे इलाज के लिए आने वाले मरीजों को इमरजेंसी तक पहुंचने में कोई परेशानी ना हो।

जहां-तहां पार्किंग वाले नपेंगे

कैंपस में बेतरतीब गाडि़यां पार्क करने वालों की खैर नहीं है। चूंकि कैंपस में जहां-तहां गाड़ी खड़ी करने वालों का अब चालान काटा जाएगा। यह काम ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से किया जाएगा। इससे ट्रैफिक पुलिस के खाते में भी कुछ राजस्व जमा होगा। वहीं रिम्स के गार्ड भी इसमें सपोर्ट करेंगे। बेतरतीब लगने वाली वाली गाडि़यों की जानकारी भी प्रबंधन को उपलब्ध कराएंगे।

मल्टी स्टोरी पार्किग में लगाएं गाड़ी

डॉक्टरों की पार्किंग के लिए प्रबंधन ने खाका तैयार कर लिया है। वही डॉक्टर और स्टाफ को पास जारी करने का काम भी शुरू कर दिया गया। इसके बाद ये लोग तय पार्किंग में अपनी गाड़ी पार्क कर सकेंगे। वहीं अन्य फोर व्हीलर और टू व्हीलर को मल्टी स्टोरी पार्किंग में खड़ा करना होगा। इस नियम को सख्ती से लागू कराया जाएगा। पार्किग के लिए कार और बाइक के लिए अलग-अलग चार्ज निर्धारित है।

300 कारें पार्क करने की है जगह

रिम्स कैंपस में गाडि़यों की पार्किंग के लिए मल्टी स्टोरी पार्किंग बनाई गई है। इसमें एक साथ 300 कारें पार्क हो सकेंगी। वहीं सैकड़ों टू व्हीलर की पार्किंग की भी व्यवस्था है। इससे कैंपस में जाम की समस्या खत्म हो जाएगी और मरीजों की एंबुलेंस को इमरजेंसी में पहुंचने पर कोई परेशानी नहीं होगी।

वर्जन

जाम हटाने में स्थानीय पुलिस हमें बिल्कुल मदद नहीं कर रही है। इसके लिए हमने ट्रैफिक एसपी से बात की है। गाडि़यों को हटाने और फाइन लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस की मदद ली जाएगी। हम जाम हटाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, जिसका फायदा इलाज के लिए आने वाले मरीजों को मिलेगा। वहीं कैंपस का माहौल भी अच्छा होगा।

डॉ। डीके सिंह, डायरेक्टर, रिम्स