क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रिम्स का भोजन मरीजों की सेहत सुधारने के बजाय बिगाड़ सकता है. दरअसल, हॉस्पिटल के किचन का एक्वा गार्ड 'दम' तोड़ चुका है और आयरन युक्त 'पीला पानी' में भोजन पकाया जा रहा है. ऐसे में इस भोजन को खाने से मरीजों की बीमारी और बढ़ सकती है. यानी मरीज रिम्स से ठीक होने के बजाय कई बीमारियां साथ लेकर जाएंगे. इसे लेकर किचन में काम कर रही है एजेंसी ने रिम्स प्रबंधन और डाइटीशियन को पत्र लिखकर एक्वा गार्ड दुरुस्त कराने की मांग की है. साथ ही टंकी की रेगुलर सफाई भी कराने की बात कही है. इसके बावजूद प्रबंधन मामले को लेकर गंभीर नहीं है.

एक एक्वागार्ड खराब, दूसरे से गंदा पानी

एजेंसी के स्टाफ ने प्रबंधन को लिखे पत्र में कहा कि हॉस्पिटल के किचन में मरीजों का खाना बनाने के लिए एक्वागार्ड लगाया गया है. इसमें एक एक्वागार्ड डेड हो चुका है. वहीं दूसरे एक्वागार्ड से गंदा पानी आ रहा है. जिसे छानकर मरीजों का खाना पकाया जा रहा है. वहीं पीने के लिए भी उसी पानी का इस्तेमाल लोग कर रहे हैं. बताते चलें कि किचन में लगे एक्वागार्ड से हर घंटे दो हजार लीटर पानी निकलता है.

डेली 1400 मरीजों का खाना

हॉस्पिटल के किचन में हर दिन 1400 मरीजों का खाना बनाया जाता है. इसके लिए काफी मात्रा में पानी की जरूरत पड़ती है. लेकिन एक्वागार्ड फेल हो जाने के कारण नल से पीला पानी आ रहा है. अब पीले पानी से मरीजों के लिए खाना, जूस, लस्सी तैयार किया जा रहा है. ऐसे में मरीजों को भी पानी से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतने मरीजों की सेहत की किसी को परवाह नहीं है.