एक कमरे में ठिकाना बना लिया
जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को डोडा जिले में काफी संख्या में गोला बारूद होने की गुप्त सूचना मिली थी. जिस पर सुरक्षा बलों ने इसका पर्दाफाश किया. इस दौरान हथियारों का ये जखीरा आतंकवादियों के ठिकानों से छापेमारी के दौरान बरामद हुआ. इसके अलावा कुपवाड़ा जिले से भी भारी मात्रा में विस्फोटक समाग्री बरामद किए गए हैं. सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षा बलों को यहां से 11 किलो आईईडी और अन्य विस्फोटक सामान मिले हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लश्कर के दो कमांडर अबु साद और अबु नौमान शुक्रवार देर रात बारामुला जिले के ठाकगुंड-रफियाबाद गांव में आए. उन्होंने रहमताबाद मुहल्ले में मुहम्मद शाबान लोन नामक एक ग्रामीण के मकान के पास जानवरों के लिए बने एक कमरे में ठिकाना बना लिया. दोनों आतंकी कमांडर किसी बैठक के लिए अपने कुछ और साथियों का इंतजार कर रहे थे. इसी बीच पुलिस को अपने तंत्र से पता चल गया कि गांव में आतंकी आए हैं. इसके बाद पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के एक संयुक्त कार्यदल ने गांव की घेराबंदी कर ली थी.

दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई
बताते चलें कि शनिवार सुबह सात बजे सुरक्षाबलों ने जब गांव में तलाशी अभियान शुरू किया तो आतंकियों ने घेराबंदी तोड़कर भागने के लिए फायरिंग शुरू कर दी. जवानों ने भी जवाबी फायरिंग की. इसके बाद दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई. दोपहर करीब एक बजे दोनों आतंकी मारे गए. डीआइजी उत्तरी कश्मीर गरीब दास ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से दो असाल्ट राइफलें, सात मैगजीन, 134 कारतूस, एक आइकॉन रेडियो सेट, एक जीपीएस और अन्य साजो सामान मिला है. डीआईजी के अनुसार दोनों आतंकी उत्तरी कश्मीर में लश्कर की गतिविधियों को बढ़ाने व स्थानीय लड़कों की आतंकी संगठन में भर्ती की साजिश रच रहे थे. इन दोनों का मारा जाना उत्तरी कश्मीर में लश्कर के खिलाफ सुरक्षाबलों की एक बड़ी कामयाबी है.

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