पहले ग्राहकों को 250 रुपये में देखने को मिले रहे थे सभी चैनल
अब उन्हीं चैनल्स के लिए देने पड़ रहे हैं 500 रुपये
केवाईसी के नाम पर ऑपरेटर्स वसूल रहे 100 से 250 रूपये
केबल ऑपरेटर्स ने बनाए मनपसंद चैनल्स के पैक
ग्राहकों की शिकायत, कुछ के बंद हो गए सैटअप बॉक्स
ये हैं ट्राई के नियम
ट्राई के नए नियम के तहत ग्राहकों को हर महीने ग्राहकों को 100फ्री टू एयर चैनल मिलेंगे, जिनके लिए उनको 130 का भुगतान (जीएसटी अलग से) यानी लगभग 155 रूपये देने होंगे।
ऐसे में अगर आप 100 से अधिक चैनल देखते हैं तो अगले 25 चैनलों के लिए 20 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।
ट्राई ने कहा है कि 100 फ्री टू एयर चैनल चुनने का अधिकार ग्राहक के पास रहेगा।
पहले दूरदर्शन के 26 चैनलों को इस लिस्ट में शामिल किया गया था लेकिन अब इन्हें भी ग्राहक चुन या छोड़ सकता है।
ट्राई के नए नियम के तहत ग्राहक 100 चैनलों में पे चैनल, ए-ला-कार्टे या फिर एफटूए चैनलों में से किसी को भी चुन सकेंगे।
मेरठ। टेलीकॉम रेगुलेटरी ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) के नए नियम और केबल ऑपरेटर्स के ऑफर पैक ग्राहकों के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहे हैं। अब तक ग्राहकों को जितने चैनल ढाई सौ रुपये में देखने को मिल जाते थे। अब उतने ही चैनलों के लिए ग्राहकों से 500 रूपये वसूले जा रहे हैं। इतना ही नहीं कुछ लोगों सैटअप बॉक्स बंद हो गए है तो कुछ ग्राहकों को केवाईसी के बहाने भी परेशान किया जा रहा है।
तीन प्रकार के पैक
केबल ऑपरेटर अपने तरीके से पैक बनाकर ग्राहकों पर थोप रहे हैं। इसमें प्लेटिनम, गोल्ड और इंडिया कॉस्ट पैक तैयार किए गए हैं। जिनमें ऑपरेटर्स ने अपनी मर्जी के चैनल भर दिए हैं। यहीं नहीं ट्राई के नए नियमों के अनुसार ग्राहकों को जो चैनल देखने हैं केवल उन्हीं का भुगतान करना होगा। जबकि ऑपरेटर द्वारा दिए जा रहे पैक के ऑफर ग्राहकों के जी का जंजाल बन गए हैं।
हिंदी के अन्य भाषा के चैनल
कुछ ग्राहकों की शिकायत है कि ट्राई ने फ्री टू एयर चैनल के हिसाब से भुगतान की व्यवस्था दी है लेकिन केबल ऑपरेटर्स ने फ्री टू एयर में ंिहंदी के साथ अन्य भाषाओं के उन चैनलों की भी भरमार कर दी है, जिन्हें हिंदी भाषी दर्शक समझते ही नहीं है।
केवाइसी के बहाने वसूली
ट्राई के नए सिस्टम के तहत कुछ केबल ऑपरेटर उन ग्राहकों से भी केवाइसी (नो योर कस्टमर) करा रहे हैं, जो पहले ही प्रक्रिया पूरी कर चुके हैं। केवाइसी के नाम पर 100 से 250 रुपये तक का अवैध शुल्क लेने की शिकायत भी कई नए ग्राहक कर रहे हैं। कुछ ग्राहक इस बात की भी शिकायत कर रहे हैं कि केवाईसी के नाम पर उनसे सादे कागज पर साइन करवाकर और आधार की फोटो कॉपी ले जा रहे हैं।
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सर्वर पर ज्यादा लोड होने के कारण लोगों को चैनल देखने में परेशानी हो रही है। साथ ही जिन लोगों के फार्म जमा हो गए हैं, उन्हें सुविधा मिल रही है।
अर्पित, केबल ऑपरेटर
ट्राई की नए नियमों के कारण शहर के सभी के चैनल बंद है। इसके लिए कंपनी से बात की जा रही है।
शक्ति, केबल आपरेटर
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लोकल नेटवर्क की काफी समय से सर्विस ठीक प्रकार से प्राप्त नहीं हो पा रही थी। अब किसी और कंपनी के नेटवर्क को ट्राई करना पडे़गा।
सुभाष
ट्राई की नए रुलिंग आए कितने दिन बीत गए लेकिन केबल ऑपरेटर्स अपनी मनमर्जी कर रहे हैं। जिससे ग्राहकों को परेशानी हो रही है।
प्रदीप
ट्राई में ज्यादातर न्यूज चैनल को फ्री रखा गया है लेकिन ऑपरेटर्स ने न्यूज चैनल को भी बंद किया हुआ है। वही केवल लोकल चैनल ही ठीक प्रकार से चल रहे हैं।
अब्बास
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सर्वर पर लोड के चलते हो रही परेशानी
मेरठ। ट्राई की नए रूलिंग से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जिस कारण से लोगो को टीवी देखने में दिक्कतें हो रही है। वहीं, शहर के केबल टीवी कंपनी का कहना है कि ज्यादातर उपभोक्ताओं की केवाइसी पूरी हो चुकी है। सर्वर पर ज्यादा लोड होने के कारण से शुरु नही हो पाया है। जल्द ही सभी के टीवी चैनल को शुरु करा दिया जाएगा।
कच्ची रसीद मान्य नहीं
केबल ऑपरेटर द्वारा दी जाने वाली कच्ची रसीद मान्य नही है। कंपनी का कहना है की कंपनी का जीएसटी रजिस्ट्रेशन हुआ है, यदि कोई भी ऑपरेटर ऑफिस में आकर बिल मांगता है तो उसको कम्प्यूटर से बना हुआ बिल ही दिया जाएगा। कच्ची रसीद से आपरेटर अपनी जेब भर रहे हैं।
शहर के अधिकांश उपभोक्ताओं का डाटा फीड कर दिया गया है। सर्वर पर ज्यादा लोड होने के कारण दिक्कत हो रही होगी। समस्या को जल्द से जल्द हल कर दिया जाएगा। यदि कोई भी आपरेटर अवैध वसूली करता है, तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
- राजीव शर्मा, मैनेजर, डैन केबल