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LUCKNOW : उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने इस मामले को बेहद गंभीर मानते हुए सोमवार को मान्यता निलंबित के आदेश जारी कर दिए। जल्द ही मदरसा बोर्ड की बैठक में इसकी मान्यता वापस लेने का प्रस्ताव रखा जाएगा। महाराजगंज के इस मदरसे का वीडियो वायरल सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसमें मदरसा में झंडारोहण के दिन स्थानीय निवासी जुनैद अंसारी ने बच्चों को राष्ट्रगान गाने से मना कर दिया था।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ था वायरल

इसका मदरसे के शिक्षक सुनील कुमार त्रिपाठी व दो अन्य ने विरोध भी किया था। लेकिन, उनके अलावा किसी अन्य शिक्षक ने इसका विरोध तक नहीं किया। जिस वजह से मदरसे में राष्ट्र गान नहीं हो सका था। यह वीडियो वायरल होने के बाद हंगामा मच गया था। जिसके बाद उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट महाराजगंज के जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) से तलब की। इसमें पाया गया कि वीडियो में जो कुछ दिखाई पड़ रहा था वह सच है।

मानक के मुताबिक नहीं हैं छात्र

मदरसा शिक्षा परिषद के रजिस्ट्रार एसएन पाण्डेय ने बताया कि डीएमओ की जांच रिपोर्ट में पाया गया कि राष्ट्रीय पर्व के अवसर पर मदरसे की प्रबंध समिति के कोई भी पदाधिकारी वहां उपस्थित नहीं थे। इससे प्रतीत होता है कि प्रबंधतंत्र को मदरसा संचालन में कोई रुचि नहीं है। उन्होंने बताया कि मदरसा के प्रधानाचार्य मौलाना फजलुर्रहमान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसमें मुख्य आरोपी के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की है। रजिस्ट्रार ने बताया कि मदरसे में शिक्षण कक्षों व छात्र संख्या भी मानक के अनुरूप नहीं मिले हैं। इसलिए इस मदरसा की तत्काल प्रभाव से मान्यता निलंबित कर दी गई है। मदरसा बोर्ड की आगामी बैठक में इसकी मान्यता प्रत्याहरण का प्रस्ताव पास कराया जाएगा।

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