करो या मरो वाला है मैच
भारत और न्यूजीलैंड के बीच 29 अक्टूबर को कानपुर के ग्रीनपार्क में खेला जाने वाला तीसरा वनडे काफी रोचक होने वाला है। दोनो टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी पर हैं जो यह मैच जीतेगा ताज उसके सिर सजेगा। भारत को अगर कानपुर वनडे जीतना है तो उसके गेंदबाजों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। खासतौर से स्पिन गेंदबाजों ने अगर गेंद घुमानी शुरु कर दी तो कीवी बल्लेबाजों को दिक्कत होना लाजिमी है। कानपुर के दर्शकों को पूरी उम्मीद होगी कि उनके शहर का गेंदबाज कुलदीप यादव अंतिम एकादश में शामिल हो।
कुलदीप यादव का है होमग्राउंड
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव भारत की 15 सदस्यीय टीम में तो हैं लेकिन वह अंतिम एकादश में खेलेंगे कि नहीं यह देखना दिलचस्प होगा, क्योंकि कुलदीप कानपुर की पिच से अच्छी तरह वाकिफ हैं। यह उनका होम ग्राउंड है। कुलदीप का कहना है कि, वह घरेलू दर्शकों के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये तैयार हैं। इसी ग्रीन पार्क मैदान में उन्होंने क्रिकेट सीखा। वह कहते हैं कि, अगर कल अंतिम ग्यारह में चुना गया तो वह अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे। कुलदीप अपने मैदान में घरेलू दर्शकों के सामने की बात सोचकर बहुत रोमांचित हैं। आपको बता दें कि कानपुर के ग्रीन पार्क का यह पहला डे-नाइट एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच होगा।
चाइनामैन स्टाईल में गेंदबाजी करने वाले पहले भारतीय
कुलदीप यादव भारत के पहले ऐसे गेंदबाज हैं जो चाइनामैन स्टाईल में गेंदबाजी करते हैं। इंटरनेशनल क्रिकेट में इस तरह की बॉलिंग सिर्फ पांच गेंदबाज करते हैं। जब बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को अंगुलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराते हुए ऑफ स्पिन की जगह लेग स्पिन कराए तो उसे चाइनामैन कहा जाता है।
हैट्रिक लेने वाले तीसरे भारतीय
कुलदीप यादव ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में एक मैच में हैट्रिक ली थी। एकदिवसीय मैचों में हैट्रिक लेने वाले वह तीसरे भारतीय हैं। उनसे पहले कपिल देव और चेतन शर्मा यह कारनामा कर चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि कुलदीप अपना 9वां वनडे मैच खेल रहे थे और इतने कम वनडे खेलकर पहले किसी भी गेंदबाज ने हैट्रिक नहीं ली।
भारत ने यहां जीते इतने मैच
कानपुर के ग्रीनपार्क का इतिहास काफी पुराना है। पहले यहां टेस्ट मैच हुआ करते थे। भारत ने पहला वनडे साल 1986 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। पहले मैच में ही भारत को 117 रनों से हार झेलनी पड़ी थी। इसके बाद भारत ने अब तक कुल 14 वनडे खेले हैं जिसमें उसे 9 में जीत मिली जबकि पांच मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
Cricket News inextlive from Cricket News Desk
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