थर्नोस कंपनी की स्थापना 2003 में हुई थी
न्यूयॉर्क (पीटीआई)।
भारत के रहने वाले रमेश बलवानी उर्फ सन्नी ने अमरीका में खून की जांच करने वाली कंपनी थर्नोस के माध्यम से फर्जी स्कीम चलाकर निवेशकों, डॉक्टरों और मरीजों के करोड़ों रुपये ठग लिए। इस फर्जीवाड़े में 53 वर्षीय बलवानी के साथ थर्नोस कंपनी की 34 वर्षीय संस्थापक एलिजाबेथ होम्स भी शामिल थी। दोनों को शुक्रवार को अमरीका की अदालत में धोखाधड़ी के दो मामलों में पेश किया गया। अदालत में दाखिल आरोपपत्र के मुताबिक, होम्स ने थर्नोस कंपनी की स्थापना 2003 में की थी।

डॉक्टरों और मरीजों से धोखाधड़ी
बता दें कि कंपनी ने झूठा दावा किया कि इन्होंने ऐसा तरीका खोज निकाला है जो खून की एक बूंद के परीक्षण से मरीज की बीमारी का सौ प्रतिशत सही आकलन कर सकता है जो कई पारंपरिक तरीकों से बेहतर और तेजी से परिणाम देता है। होम्स के पूर्व प्रेमी बलवानी कंपनी में 2009 में शामिल हुए। बलवानी और होम्स ने विज्ञापन व प्रलोभन देकर डॉक्टरों और मरीजों से थर्नोस कंपनी की प्रयोगशाला की सेवा लेने के लिए प्रेरित किया और उनके साथ धोखाधड़ी की।

यह पहला मामला नहीं है
गौरतलब है कि अमरीका में धोखाधड़ी का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले अप्रैल में भारतीय मूल के देबाशीस घोष ने 25 लाख डॉलर (करीब 17 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी की थी। इस मामले में उसे चार साल नौ महीने की सजा हुई थी और साथ ही अदालत ने उस पर 17 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था।

आरयू के गोपनीय रूम में बाहरी युवक चार्ट पर चढ़ा रहा था मा‌र्क्स

शेरे पंजाब कैटरर्स के यहां कॉमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट का छापा

International News inextlive from World News Desk