- ताज शान है तो उद्योग सांस हैं शहरवासियों को सांसों की है जरूरत

- सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का क्यों नहीं हो रहा पालन, 24 घंटे मिले लाइट

आगरा। ताजमहल आगरा ही नहीं बल्कि देश की शान है। इसके संरक्षण के लिए हम सबकी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही उद्योग का भी संरक्षण होना चाहिए। उद्योग स्थापित होने चाहिए। जिससे रोजगार के अवसर मिलेंगे। पिछले 22 सालों से कोई भी उद्योग शहर में स्थापित नहीं हो सका है। युवा बेरोजगार हो रहे हैं, जिसके कारण गलत रास्ते पर चले जाने का भी भय है। ये बातें शहर के उद्योग जगत से जुडे़ उद्योगपति और समाज सेवियों ने होटल रेडीशन ब्ल्यू में आयोजित ताज संरक्षण एवं पर्यावरण पर आयोजित कार्य शाला में केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के सामने रखीं। सुझावों को उन्होंने गंभीरता से लिया।

ये भी तो हैं आदेश

सांसद चौधरी बाबूलाल ने कार्यशाला में उद्योग जगत और व्यापारियों का पक्ष रखते हुए कहा कि टीटीजेड क्षेत्र में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति के निर्देश हैं। क्यों नहीं 24 घंटे विद्युत आपूर्ति दी जाती है। क्यों नहीं आदेशों का पालन हो रहा है। आदेशों का पालन महज उद्योग को बंद करने व्यापार को बंद करने के लिए अधिकारी पूरी ताकत लगा देते हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश जो जनहित में हैं, उनपर अधिकारी अमल नहीं करते हैं, जो कि आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोल्डस्टोरेज से कौन सा प्रदूषण फैलता है, उसके निर्माण के लिए भी अनुमति नहीं दी जाती है।

टीटीजेड और पर्यावरण के कारण है परेशानी

शहर के विकास में टीटीजेड की बंदिशें और पर्यावरण के कारण शहर का विकास भी प्रभावित हो रहा है। इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है। टीटीजेड के कारण उद्योग चौपट हो चुका है। सांसद और एसटी आयोग के चैयरमेन डॉ। रामशंकर कठेरिया ने कहा कि अधिकारी कोर्ट के आदेशों का बहाना बनाकर प्रक्रिया को आगे ही नहीं बढ़ाते हैं। जबकि उन्हें कोर्ट के समक्ष अपना पक्ष रखना चाहिए। अपना पक्ष रखेंगे तो निश्चित तौर पर दूसरे पहलू पर भी निर्णय होगा।

शहर को मिला ही क्या

सांसद चौधरी बाबूलाल ने यह भी कहा कि अंतर राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी आगरा से चला गया। जेबर में क्या है। जो वहां पर बनाया जा रहा है। इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि जेबर में बनने वाला हवाई अड्डा आगरा का विकल्प नहीं है। आगरा का विषय अलग है। जेबर में इसलिए बनाया जा रहा है, जिससे दिल्ली का बोझ कम हो सके। आगरा में आज भी संभावनाएं हैं। उन्होंने पथकर निधि के बंदर बांट का भी आरोप लगाया।

शान के साथ सांस भी बचे

मेयर नवीन जैन ने कहा कि ताज महल हमारी शान है, लेकिन उद्योग हमारी सांस है। जब उद्योग ही जिंदा नहीं रहेगा, तो सांसे थम जाएंगी। इसके लिए हमें ताज महल के संरक्षण के साथ ही उद्योग के संरक्षण के विषय पर भी सोचने की आवश्यकता है।

गंगाजल प्रोजेक्ट नहीं हो पा रहा पूरा

विधायक योगेंद्र उपाध्याय ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि आगरा की अगर कोई समस्या है तो वो है पेयजल। गंगाजल प्रोजेक्ट छोटी छोटी चीजों के कारण प्रभावित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पौधे रोपे जाने के लिए कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन जनहित और किसी समस्या के निराकरण के लिए पेड़ नहीं काटे जा सकते हैं, जिसके कारण महत्वपूर्ण कार्य भी अटक जाते हैं, इसके लिए कानून बनाना चाहिए। जिससे विकास कार्य प्रभावित नहीं होने चाहिए। विदेशों में किसी मॉन्यूमेंट के कारण विकास कार्य प्रभावित नहीं होते हैं।

लोकसभा में बिल हो चुका है पास

उद्योग जगत से जुड़े पूरन डाबर ने सिकंदरा स्थिति मॉन्यूमेंट के विषय में अपना सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि सिकंदरा के पास स्थित कोई निर्माण नहीं हो पाता है, जबकि वहां पर मॉन्यूमेंट दिखाई तक नहीं देता है। वहां पर ओवरब्रिज बन जाए, तो मॉन्यूमेंट भी आसानी से दिखाई दे सकेगा। इसपर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने कहा कि लोकसभा में बिल पास हो चुका है, अब राज्य सभा में पास होना है।