- निरीक्षण में मिली कई खामियां, यात्रियों का मशीन नापने वाली मशीन में मिली गड़बड़ी

- प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में हेली कंपनियों ने एक घंटे उड़ान रखी बंद

- प्रशासन पर लगाया अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप

RUDRAPRAYAG: प्रशासन ने हेली सेवाओं का संचालन कर रही एक कंपनी के केदारनाथ स्थित ऑफिस का निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई खामियां पाई गई। यात्रियों का वजन नापने वाली मशीन (तोल मशीन) में भी गड़बड़ी मिली। टीम द्वारा रिपोर्ट डीएम को भेजी जा रही है। दूसरी ओर प्रशासन की कार्रवाई के विरोध में हेली कंपनियों ने एक घंटे उड़ान ठप रखी।

कंपनी के ऑफिस का किया निरीक्षण

गुरुवार को हेली सेवा का संचालन करने वाली यूटीआर कंपनी का एक चार्टर हेलीकॉप्टर केदारनाथ में उतरा। हेलीकॉप्टर में पांच यात्री सवार थे। ये यात्री दर्शनों को चले गए। एसडीएम गोपाल सिंह और केदारनाथ चौकी प्रभारी विपिन चंद्र पाठक ने बताया कि यात्रियों के जाने के बाद हेलीकॉप्टर में कुछ अन्य यात्री बैठ गए। इस पर प्रशासन ने आपत्ति जताई। एसडीएम का कहना था कि नियमानुसार चार्टर हेलीकॉप्टर उन्हीं यात्रियों का लेकर जा सकता है, जिन्होंने उसकी बुकिंग कराई है न कि अन्य यात्रियों को। इस पर यूटीआर के प्रतिनिधि अफसरों से बहस करने लगे। एसडीएम ने यात्रियों को उतरने के निर्देश दिए।

यात्रियों से अवैध वसूली

इसके बाद एसडीएम के नेतृत्व में टीम ने कंपनी के केदारनाथ स्थिति कार्यालय का निरीक्षण किया। एसडीएम ने बताया कि कंपनी की वजन नापने वाली मशीन में गड़बड़ी पाई है। यह यात्री का वजन ज्यादा बता रही है और इस एवज में कंपनी यात्रियों से तीन हजार से आठ हजार रुपये अतिरिक्त वसूल रही है। मशीन को प्रशासन की टीम ने कब्जे में ले लिया है। एसडीएम ने बताया कंपनी के हेलीकॉप्टर सुरक्षा मानकों से भी समझौता कर रहे हैं। इस बारे में जिलाधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है। इधर, यूटीआर के प्रबंधक आशीष भट्ट ने प्रशासन पर हेली कंपनियों पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। इसके विरोध में सभी कंपनियों ने एक घंटे तक सेवाएं ठप रखीं।