स्नान पर्व के दिन और बाद में चलेगा विशेष अभियान, टीमें लगायी गयीं

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कुंभ मेला का दूसरा स्नान पर्व पौष पूर्णिमा सोमवार को होगा। इसके साथ एक माह का कल्पवास भी शुरू हो जाएगा। यही वजह है कि पौष पूर्णिमा स्नान पर्व के दिन शहर में और मेला एरिया में आने वाले ई-रिक्शा को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इतना ही नहीं शाही स्नान पर्व मौनी अमावस्या व बसंत पंचमी के साथ माघी पूर्णिमा और अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि के दिन भी शहर में ई-रिक्शा को नहीं घुसने दिया जाएगा।

चेकिंग के लिए चार टीमों का गठन

मेले के स्नान पवरें को देखते हुए आरटीओ और ट्रैफिक पुलिस ने संयुक्त रूप से बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा पर भी सख्ती दिखाई है। पौष पूर्णिमा स्नान पर्व से लेकर महाशिवरात्रि स्नान पर्व तक की अवधि में बिना रजिस्ट्रेशन वाले रिक्शा को बैन कर दिया गया है। इस अवधि में अगर में मेला एरिया के आसपास या शहरी इलाके में बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा सड़कों पर दौड़ते हुए मिले तो तत्काल उन्हें पकड़कर सीज कर दिया जाएगा। इसके लिए एआरटीओ प्रवर्तन रविकांत शुक्ला की अगुवाई में चार टीमें चेकिंग अभियान चलाएंगी।

महत्वपूर्ण तथ्य

मुख्य स्नान पर्व के एक दिन पहले व एक दिन बाद सिविल लाइंस की ओर से यात्रियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। किसी भी आटो, ई-रिक्शा चालकों द्वारा रेलवे स्टेशन जाने वाले तीर्थयात्रियों को सिविल लाइंस साइड नहीं उतारा जाएगा।

इसकी बजाए रेलवे स्टेशन जाने वाले तीर्थयात्रियों को हाईकोर्ट पानी की टंकी होकर जोगीबीर पर उतारा जाएगा। जिससे तीर्थयात्रियों को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो।

सीएनजी आटो के अतिरिक्त सभी डीजल वाले आटो शहर के बाहर चलेंगे और बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया गया है।

आटो और ई-रिक्शा यूनियन के पदाधिकारियों के साथ बैठक करके उन्हें जानकारियां उपलब्ध करा दी गई है। मेला की अवधि में बिना रजिस्ट्रेशन वाले ई-रिक्शा पर बैन लगाया गया है। साथ ही शाही स्नान पवरें और स्नान पवरें पर एक भी रिक्शा ना तो मेला एरिया और ना ही सिटी साइड में चलने दिया जाएगा।

रविकांत शुक्ला, एआरटीओ प्रवर्तन