नियमों को ताक पर रखकर दिए अवैध कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन

एमडी ने दिया जांच का आदेश, बनाई गई छह सदस्यों की तीन जांच टीमें

Meerut। शहर के बाहरी क्षेत्रों में बनी अवैध कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन पर विद्युत विभाग शिकंजा कसने जा रहा रहा है। इन कालोनियों में नियमों को ताक पर रखकर विद्युत कनेक्शन दिए गए हैं। हालत यह है कि बांस के खंभे लगाकर केबिल से बिजली की सप्लाई हो रही है। जांच के लिए एमडी पीवीवीएनएल ने मुख्यालय के अफसरों की तीन टीमें गठित की हैं।

अधूरे मानकों पर कनेक्शन

नियमानुसार आवासीय कॉलोनी विकसित करने वाले बिल्डर की जिम्मेदारी होती है कि वह कालोनी में बिजली सप्लाई की व्यवस्था करे। लेकिन हुआ ये कि बिल्डर से मिलीभगत करके स्थानीय अफसरों ने अवैध कालोनियों को बिजली कनेक्शन दे दिए।

छह अधिकारियों की टीम गठित

एमडी आशुतोष निरंजन ने अवैध कालोनियों में विद्युत कनेक्शन की जांच के लिए छह अधिकारियों की तीन जांच टीमें गठित की हैं। प्रत्येक टीम का प्रभारी एक एक्सईएन होगा तथा उनके साथ टीम में एक-एक सहायक अभियंता को शामिल किया गया है। एक टीम को एक उप-खंड की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

क्या कहता है नियम

बिजली विभाग पूरी कालोनी के विद्युतीकरण का पैसा जमा कराकर ही वहां बिजली दे सकता है।

किसी भवन के कनेक्शन के लिए 40 मीटर से ज्यादा लंबा केबिल नहीं लगाया जा सकता।

विद्युत कनेक्शन की जांच के बाद संबंधित अधिकारियों पर एक्शन होगा। विभागीय कार्य में धांधली करने वाले अधिकारी सीधे निलंबित होंगे।

आशुतोष निरंजन, एमडी, पीवीवीएनएल