इंटरनेशनल में हिट, आईपीएल में फ्लॉप
17 अप्रैल 1972 को जन्में श्रीलंकाई स्पिनर मुथैया मुरलीधरन का आज 46वां बर्थडे है। क्रिकेट जगत में मुरली नाम से मशहूर इस गेंदबाज ने अपनी फिरकी में बड़े-बड़े बल्लेबाजों को घुमाया। सचिन से लेकर लारा तक 90 के दशक के जितने भी बड़े बल्लेबाज हैं, मुरलीधरन ने सभी को आउट किया। वनडे में उनके नाम 350 मैचों में 534 विकेट दर्ज हैं। वहीं टेस्ट की बात करें तो इस जादुई गेंदबाज ने सिर्फ 133 मैच खेलकर 800 विकेट अपने नाम किए थे और इनके इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना बहुत मुश्किल है। साल 2011 में अंतर्रराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने से पहले मुरली ने आईपीएल में भी हाथ आजमाया, मगर उनका आईपीएल में खेलना शायद एक गलत फैसला था। क्योंकि इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने जितना अच्छा प्रदर्शन किया आईपीएल में वह उतने ही फ्लॉप साबित हुए।
आईपीएल में खूब पिटे मुरली
दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज मुरलीधरन ने पहले चेन्नई सुपर किंग्स और फिर रॉयल चैजेंलर्स बैंगलोर की तरफ से आईपीएल में हिस्सा लिया। उनके नाम आईपीएल में 66 मैचों में 63 विकेट दर्ज हैं। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 6.67 रही जबकि वनडे में वह 3.93 और टेस्ट में 2.47 की इकॉनमी से बॉलिंग किया करते थे। यही नहीं इंडियन प्रीमियर लीग में वह मुनाफ पटेल से भी पीछे हैं। मुनाफ ने मुरलीधरन से कम मैच भी खेले और उनसे ज्यादा विकेट भी चटकाए। साल 2014 में 42 साल की उम्र में मुरलीधरन ने अपना आखिरी आईपीएल मैच खेला। इसके बाद वह कभी मैदान पर वापस नहीं आए।
जिस टीम के हैं कोच, वो नहीं हारी कोई मैच
आईपीएल 2018 में मुरलीधरन को सनराइजर्स हैदराबाद के बॉलिंग कोच की जिम्मेदारी दी गई है। यह उनकी बेहतर कोचिंग का ही परिणाम है कि इस सीजन हैदराबाद अभी तक एक भी मैच नहीं हारी। सनराइजर्स ने तीन मैच खेले और उन्हें तीनों में जीत मिली। वहीं टीम के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को डेथ ओवर के स्पेशलिस्ट माने जाते हैं।
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