आईएसआईएस ने फिर तोड़ी क्रूरता की हदें

इराक और सीरिया के एक बड़े भू-भाग पर कब्जा करने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने बर्बरता का एक नया नमूना पेश करते हुए 150 महिलाओं को सामूहिक रूप से मौत के घाट उतार दिया. सूत्रों के अनुसार इन महिलाओं ने आईएस के आतंकियों के साथ शादी करने से इंकार कर दिया था. गौरतलब है कि इस बर्बर हत्याकांड में कत्ल की गईं महिलाओं में से कुछ महिलाओं के प्रेगनेंट होने की बात भी सामने आ रही थी.

आतंकियों से नहीं करना चाहतीं थी शादी

आईएस के आतंकियों ने इराक के पश्चिमी प्रांत अल अनबार के फालूजा में 150 महिलाओं को एक लाइन में खड़ा करके गोलियों से भून दिया. गौरतलब है कि आईएस आतंकियों ने इन महिलाओं को सिर्फ इसलिए मार दिया क्योंकि इन महिलाओं ने जिहाद-अल-निकाह यानी जिहादियों से शादी करने से इंकार कर दिया था. सूत्रों के अनुसार इन महिलाओं को मौत के घाट उतारने वाले आतंकवादी का नाम अबु अनस अल लिबी है.

हफ्ते भर पहले आई थी सूचना

इन महिलाओं के क्रूर अंत की कहानी करीब एक हफ्ते पहले शुरू हुई थी जब इस्लामिक स्टेट ने अल-फालुजा में जिहाद-अल-निकाह से संबंधित लीफलेट्स बांटे थे. इन लीफलेट्स में आतंकियों को महिलाओं को कैद करने और उनके साथ जिहाद निकाह करने का अधिकार दिया गया था. इन सूचनापत्रों में आतंकियों को एक से ज्यादा शादियां करने और 18 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ निकाह करने की आजादी दी गई थी. इस नरसंहार की पुष्टि इराक की न्यूज एजेंसियों और तुर्की मानवाधिकार मंत्रालय ने की है.

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